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Updated: 20 जुलाई, 2015 05:00 PM
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इस देश में किसान बनना कोई आसान काम है! लेकिन फिर भी लोग बनते हैं. बनते हैं ताकि उनके पसीने से ही सही, देश चलता रहे. बनते हैं  ताकि जनता को भूखों मरने की नौबत न आए. लेकिन क्या हर कोई यह असाध्य कार्य कर सकता है? बिल्कुल नहीं, ठीक उसी तरीके से जैसे हर कोई अमिताभ बच्चन नहीं बन सकता है.

कुछ साल पहले की बात है. अमिताभ बच्चन किसान बने थे. खेती के लिए कुछ जमीनें भी खरीद ली थीं. 'मेहनत-मशक्कत' से आज उन्होंने देश के 'सबसे बड़े किसान' होने का दर्जा प्राप्त कर लिया है. अमिताभ के इस नए और ऊंचे ओहदे को सम्मान देते हुए भारत सरकार उन्हें डीडी किसान चैनल का ब्रांड अंबेसडर बनाने वाली है.

मेहनत करने से 'किसानी' में भी है पैसावे किसान जो अपनी दीन-दशा पर रोते हैं, उन्हें अमिताभ से सबक लेना चाहिए. सरकार ने अमिताभ की 'मेहनत' को सलाम करते हुए न सिर्फ उन्हें ब्रांड अंबेसडर का पद दिया बल्कि इसके लिए उन्हें 6.31 करोड़ रुपये भी दिए जाएंगे. यह जानकर आपको और आश्चर्य होगा कि डीडी किसान चैनल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है. अब आप 'मेहनत' भी नहीं करेंगे और सोचेंगे कि डायरेक्ट पीएम के सपने से जुड़ जाएं, तो ऐसा संभव नहीं.

और भी 'किसान' थे लाइन मेंअगर आपको लगता है कि देश में अकेले अमिताभ ही सबसे कर्मठ 'किसान' हैं तो यह आपकी गलती है. डीडी किसान चैनल के ब्रांड अंबेसडर बनने की रेस में 'किसान' दंपती अजय देवगन और काजोल भी थे. इनके अलावा दबंग 'किसान' सलमान खान के बाजुओं पर भी सरकार को भरोसा था. हालांकि अमिताभ ने इस उम्र में भी दोनों को पछाड़कर अपनी 'फसल' बो दी. किसान चैनल से देश की फसल पर क्या असर पड़ेगा, इसका लाइव टेलिकास्ट मॉनसून के बाद किया जाएगा.

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लेखक

चंदन कुमार चंदन कुमार @chandank.journalist

लेखक iChowk.in में पत्रकार हैं.

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