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Updated: 06 जून, 2015 11:33 AM
मृगांक शेखर
मृगांक शेखर
  @msTalkiesHindi
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दिल्ली की एक जंग अमेठी और बनारस के मोर्चे पर भी लड़ी जा रही है. राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी की महिला ब्रिगेड अपनी मोर्चेबंदी मजबूत करती जा रही है. खास बात ये है कि अब इसमें बीजेपी फायर-ब्रांड नेता के रूप में चर्चित रहीं उमा भारती भी शामिल हो गई हैं. उधर, जवाबी हमलों के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बनारस जल्द ही जाने वाले हैं.

महिला नेताओं की तिकड़ी

पहले स्मृति ईरानी, फिर हरसिमरत कौर और अब उमा भारती - राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी का महिला ब्रिगेड धीरे धीरे मजबूत होता जा रहा है. उमा भारती इस ब्रिगेड में शामिल होने वाली तीसरी केंद्रीय मंत्री हैं.

एक प्रेस कांफ्रेस में उमा भारती ने राहुल गांधी पर अपने स्टाइल में हमला बोला: ‘‘मेरी छोटी बहन स्मृति ईरानी अमेठी के किसानों को लेकर मेरे पास आई हैं क्योंकि 66 साल से नेहरू-गांधी खानदान ने वहां ध्यान नहीं दिया. पिपरी गांव के लोग बाढ़ के कटाव से परेशान है. स्मृति को वहां के एक-एक गांव की चिन्ता है. अब वह कांग्रेस से अमेठी को मुक्ति दिलाएगी. अमेठी के बुरे दिन खत्म हो गए, अब अच्छे दिन आ गए हैं.’’

अब बनारस के अखाड़े में

राहुल गांधी अब वाराणसी का रुख करने वाले हैं. हालांकि, राहुल का कार्यक्रम तय नहीं है, लेकिन जल्द ही इसे अंतिम रूप दिया जा सकता है. बनारस के कांग्रेस नेताओं ने राहुल से 20 जून से पहले कार्यक्रम बनाने की रिक्वेस्ट की है. उन्हें डर है कि बारिश राहुल के कार्यक्रम पर पानी न फेर दे.

मजे की बात ये है कि शह-मात के इस खेल में किसानों को ही प्यादा बनाया जा रहा है. राहुल किसानों के मुद्दे पर रामलीला मैदान में रैली करते हैं, संसद में बोलते हैं और फिर पदयात्रा पर निकल पड़ते हैं. बीजेपी की महिला ब्रिगेड भी वही दांव चलती है.

राहुल गांधी जब अमेठी के फुड पार्क का मसला उठाते हैं तो महिला ब्रिगेड लोगों को ये समझाने में जुट जाता है कि राहुल झूठ बोल रहे हैं. राहुल विकास की बात करते हैं तो महिला ब्रिगेड अमेठी में विकास न होने को बात पर शोर मचाता है. राहुल किसानों का मामला उठाते हैं तो महिला ब्रिगेड द्वारा किसानों के ही मामले पर उन्हें घेरा जात है - लेकिन बात सिर्फ अमेठी के किसानों तक ही सीमित रहती है.

नमामि गंगे अभियान को लेकर सक्रिय उमा भारती गंगा किनारे बसे बनारस में स्मृति और हरसिमरत के मुकाबले बेहतर ढंग से मोर्चा संभाल सकती हैं. राहुल बनाम बीजेपी के महिला ब्रिगेड की जंग का मैदान अमेठी के बाद वाराणसी होने वाला है.

गंगा, गलियों, मंदिरों के साथ साथ अखाड़ों के लिए भी मशहूर बनारस में ये सियासी दंगल भी दिलचस्प होगा, इसमें शक की गुंजाइश काफी कम है.

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मृगांक शेखर मृगांक शेखर @mstalkieshindi

जीने के लिए खुशी - और जीने देने के लिए पत्रकारिता बेमिसाल लगे, सो - अपना लिया - एक रोटी तो दूसरा रोजी बन गया. तभी से शब्दों को महसूस कर सकूं और सही मायने में तरतीबवार रख पाऊं - बस, इतनी सी कोशिश रहती है.

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