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Updated: 26 मार्च, 2015 07:38 AM
मृगांक शेखर
मृगांक शेखर
  @msTalkiesHindi
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से सीधा संवाद स्थापित करने में माहिर माने जाते हैं. उनके विरोधी भी उनकी महारत का लोहा मानते हैं. मोदी इसके लिए अक्सर अपने ऑडिएंस से सवाल-जवाब करते हैं. फेसबुक पर एक शख्स ने इस पर एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी की है. टिप्पणी में लिखा है कि रैली में मोदी जी पूछते हैं, ‘हां तो मित्रों... दिल्ली में आप किसे वोट देंगे?’ इस पर भीड़ की ओर से जवाब आता है, ‘आप’को.’ इस शख्स ने ये टिप्पणी सर्वे रिपोर्ट आने के ठीक एक दिन बाद पोस्ट की है.

दिल्ली की रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर ज्यादातर आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल रहे. हालांकि, उन्होंने कभी केजरीवाल के नाम का जिक्र नहीं किया. यहां हम मोदी के भाषणों से कुछ ऐसी बातें प्रस्तुत कर रहे हैं जो सीधे तौर पर केजरीवाल के लिए कही गई हैं. पेश है मोदी की बातों पर केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी की त्वरित टिप्पणियां -  

नरेंद्र मोदी: 'जो स्विस बैंक के अकाउंट नंबर अपनी जेब में लेकर घूमते हैं, उन्हें ही नहीं पता कि उनके अकाउंट में किसके पैसे हैं.'अरविंद केजरीवाल: हिम्मत है तो गिरफ्तार करके दिखाओ. हमने तो सुप्रीम कोर्ट से सबके लिए एसआईटी बनाने की गुजारिश तक कर डाली है. हमने तो यहां तक एलान कर दिया है कि दिल्ली में अगर आप की सरकार बनी तो हम इन मामलों की भी जांच कराएंगे.

नरेंद्र मोदी: 'बार-बार लोगों की आंखों में धूल झोंकर कोई सफलता प्राप्त नहीं कर सकता.'अरविंद केजरीवाल: बिलकुल सही फरमाया आपने. देर आए दुरूस्त आए. देश के सवा सौ करोड़ लोगों की तरह अकाउंट में 15 लाख रुपए का मैं भी इंतजार कर रहा हूं.

नरेंद्र मोदी: 'चंदा लेने वालों के नाम वेबसाइट पर डालते हैं. मुझे भी किसी ने बताया कि उस लिस्ट में तो मेरा और महात्मा गांधी का भी नाम है.'अरविंद केजरीवाल: आप इस मुल्क के ही लोगों को ‘इमीग्रेंट’ बता देते हैं – फिर टाइपिंग मिस्टेक करार देते हैं. मिस्टेक हमसे भी कभी कभी हो जाती है.

नरेंद्र मोदी: 'हमारे लिए मुद्दा सिर्फ़ विकास है. जनधन योजना लागू करना और मेक इन इंडिया की शुरुआत इसके उदाहरण हैं.'अरविंद केजरीवाल: आपने कोट कहां सिलवाई थी? ये सवाल मेरे मन में भी था, लेकिन हमसे पहले ही किसी ने पूछ लिया.

नरेंद्र मोदी: 'कोई कह रहा है कि भाजपा सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र दो साल घटा देगी. जबकि न हमने ऐसा कहा है और न करेंगे.'अरविंद केजरीवाल: न आप कुछ कहते हैं न करते हैं. क्या मजाक है. आप कहते तो सब कुछ हैं पर करते क्या हैं? अब ये सबको मालूम पड़ गया है.

नरेंद्र मोदी: 'मैं बयानबाजी कम करता हूं. लेकिन कदम ऐसे उठा रहा हूं कि जिसके कारण भ्रष्टाचार की हर गतिविधि पर नकेल लग रही है.'अरविंद केजरीवाल: सर, आपके मुंह से ये बातें शोभा नहीं देतीं.

नरेंद्र मोदी: 'हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने के बाद दिल्ली को पानी मिलने लगा है.'अरविंद केजरीवाल: अच्छा है दिल्ली में आप कामयाब नहीं होने जा रहे हें वरना पूरे देश को पानी पिला कर दम लेते.

नरेंद्र मोदी: 'भाजपा ने सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद जोड़तोड़ कर दिल्ली में कुर्सी का खेल नहीं खेला.'अरविंद केजरीवाल: क्या बात करते हैं सर? जब हमने सरकार बनाने से मना कर दिया तो - आप किस मुंह से बनाते. वैसे आपकी कोशिशों में कोई कमी नहीं रही. हमारे जिन विधायकों को आपने पैसे ऑफर किए वे सब हमे आकर बताते रहे. बाद में भले ही आप उनमें से कइयों को अपने यहां ले जाने में कामयाब हो गए. अब जो मेरा न हुआ आपका कहां से होगा. देखते हैं चुनाव बाद वे कहां रहते हैं.

नरेंद्र मोदी: 'झूठ बोलने की स्पर्धा हो रही है. शायद इससे पहले दिल्ली के चुनावों में इस कदर झूठ का साया नहीं रहा होगा.'अरविंद केजरीवाल: लो कल्लो बात. जो बात हम दिल्लीवालों को समझाने की कोशिश कर रहे थे, उसे आपने खुद ही कबूल कर लिया.

नरेंद्र मोदी: 'मैं असली द्वारिका से हूं, लेकिन अब मैं दिल्लीवासी हो गया हूं.'अरविंद केजरीवाल: यानी आप आगरा जाएंगे तो ताजमहल पर भी दावा ठोक देंगे. गजबे हैं सर!

नरेंद्र मोदी: 'क्या डीजल और पेट्रोल के दाम कम हुए हैं कि नहीं? क्या आपकी जेब में पैसा बचने लगा की नहीं? हमारे विरोधी कहते हैं कि क्योंकि मोदी नसीबबाला है, इसलिए पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो गए. तो भाई अगर मोदी का नसीब देश की जनता के काम आता है तो इससे अच्छे नसीब की बात और क्या हो सकती? आपको नसीब वाला चाहिए या बदनसीब?अरविंद केजरीवाल: मैं तो पहले से ही चीख-चीख कर कह रहा था. उनकी सरकार में सब कुछ भगवान भरोसे है.

लेखक

मृगांक शेखर मृगांक शेखर @mstalkieshindi

जीने के लिए खुशी - और जीने देने के लिए पत्रकारिता बेमिसाल लगे, सो - अपना लिया - एक रोटी तो दूसरा रोजी बन गया. तभी से शब्दों को महसूस कर सकूं और सही मायने में तरतीबवार रख पाऊं - बस, इतनी सी कोशिश रहती है.

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