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Updated: 26 नवम्बर, 2016 11:41 AM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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पिछले साल अगस्त में RBI ने 11 कंपनियों के नाम की घोषणा की थी जो पेमेंट बैंक की सुविधा यूजर्स को दे सकती थीं. पेमेंट बैंक एक नए तरह का बैंक है जिसमें छोटे अकाउंट धारक अपना पैसा जमा कर सकते हैं. ये उन इलाकों के लिए भी हैं जहां किसी भी बैंक की कोई शाखा नहीं है. इससे छोटे व्यवसाय अपना नेटवर्क बना पाएंगे और सेविंग्स कर पाएंगे. इसी कड़ी में भारती एयरटेल देश की पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिसने पेमेंट बैंक की शुरुआत कर दी है. ये फिलहाल सिर्फ राजिस्थान के लिए है और अभी टेस्टिंग मोड में ही है. नोटबंदी के दौर में पेमेंट बैंक उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प बन सकते हैं जिन्हें कम कैश अपने साथ रखना हो.

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क्या है एयरटेल पेमेंट बैंक-

- राजिस्थान के 10000 एयरटेल आउटलेट्स में ये सुविधा मिलेगी.

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 सांकेतिक फोटो

- इस बैंक में खाता खुलवाने के लिए आपको एयरटेल का कस्टमर होना जरूरी नहीं है. कोई भी आधार कार्ड की मदद से अपना खाता खुलवा सकता है. आम बैंक की तरह यहां से पैसे जमा करवाने और निकलवाने की सुविधा भी मिलेगी. - पेमेंट बैंक atm और डेबिट कार्ड भी जारी कर सकते हैं, लेकिन अभी एयरटेल ने ये सुविधा नहीं दी है. पैसे निकालने के लिए एयरटेल आउटलेट पर ही जाना होगा. - एयरटेल अपने सेविंग्स बैंक अकाउंट में 7.25 प्रतिशत का इंट्रेस्ट दे रहा है. बाकी बैंक्स जैसे एक्सिस बैंक, hdfc बैंक आदि 4 प्रतिशत का इंट्रेस्ट देते हैं. यस बैंक और कोटक बैंक 6 प्रतिशत का इंट्रेस्ट देते हैं और RBL बैंक 10 लाख से ऊपर की सेविंग होने पर 7.1 प्रतिशत का इंट्रेस्ट देती है. -रिटेल स्टोर के अलावा आप एयरटेल मनी एप के जरिए भी पेमेंट कर सकते हैं. मोबाइल बैंकिंग सी सुविधा मिलेगी. - पेमेंट इसमें सिर्फ 1 लाख तक ही सीमित है. मोबाइल वॉलेट और इसमें अंतर ये है कि पेमेंट बैंक के जरिए एटीएम और डेबिट कार्ड आदि का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.- पेमेंट बैंक क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर सकते और ना ही लोन दे सकते हैं. - 1 लाख की एक्सिडेंटल इंश्योरेंस भी पेमेंट बैंक अकाउंट होल्डर को मिलेगी.

ये तो हुई एयरटेल पेमेंट की बात. फिलहाल ये सिर्फ राजिस्थान के लिए है और इसका फायदा बाकी राज्यों में कब तक मिलता है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. फिर भी सबसे अच्छी बात है कम पैसे पर भी ज्यादा इंट्रेस्ट. 7.25 प्रतिशत का इंट्रेस्ट काफी ज्यादा मिल सकता है. हालांकि, ऐसा नहीं है कि आप सेविंग्स अकाउंट में इससे ज्यादा इंट्रेस्ट नहीं ले सकते. सेविंग्स अकाउंट पर अधिकतम 9% का इंट्रेस्ट लिया जा सकता है जो कि किसी एफडी में मिलता है. कई लोगों को इसके बारे में नहीं पता होता, लेकिन ये एक अच्छा तरीका है अपने पैसे पर ज्यादा ब्याज लेने का.

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 सेविंग्स अकाउंट और स्वीप बैंक अकाउंट में अंतर

सेविंग्स अकाउंट को बदलवा सकते हैं एफडी में-

सेविंग्स बैंक अकाउंट को स्वीप इन/आउट अकाउंट में बदलवा सकते हैं. ये एक ऐसा अकाउंट होता है जिसमें अगर अकाउंट यूजर चाहे तो एक निश्चित रकम को सेविंग्स बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट में बदलवा सकता है. अगर आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट का ज्यादा बैलेंस रहता है और आप कोई इन्वेस्टमेंट नहीं करना चाहते क्योंकि कभी भी पैसे निकालने की जरूरत पड़ सकती है तो स्वीप इन अकाउंट की सुविधा लें.

कैसे काम करता है स्वीप अकाउंट-

- स्वीप इन अकाउंट में आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट का पैसा एक एफडी की शक्ल ले लेता है. इसमें फर्क ये होता है कि इसे आप कभी भी निकाल सकते हैं.- आपको इंट्रेस्ट मिलेगा और जब भी आप पैसे निकालेंगे तब उतनी रकम एफडी से कम हो जाएगी. बाकी बची रकम में भी एफडी जितना ही इंट्रेस्ट मिलेगा. ऐसे में आपका पैसा लिक्विफाई भी रहेगा और आपके पास एफडी जितना इंट्रेस्ट भी आएगा.

क्या है नियम-

सेविंग्स बैंक अकाउंट को अगर आप स्वीप इन अकाउंट में तब्दील करवा रहे हैं तो अलग-अलग बैंकों के नियम अलग हैं हालांकि, लगभग सभी बैंक्स मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट अकाउंट की सुविधा देते हैं. आपको सभी बैंकों में एक ब्रेथ थ्रू अमाउंट (वो रकम जिसके बाद एफडी बन जाएगी) देना होगा. - कम से कम 25000 रुपए आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट में होने चाहिए तभी आप इसे स्वीप इन अकाउंट में तब्दील करवा सकते हैं. कम से कम 10 हजार की लिमिट सेट करनी होगी जो फिक्स्ड डिपॉजिट में जाए. ये सुविधा लगभग सभी बैंकों में होती है. एसबीआई इसे सेविंग्स प्लस अकाउंट कहता है.

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कुछ नुकसान-

इस अकाउंट के पूरे फायदे ही नहीं कुछ नुकसान भी हैं. अगर आपने 1 साल 1 दिन से पहले एफडी तोड़ ली तो 1 या 2 प्रतिशत की पेनल्टी लगती है. हालांकि, इसके बाद भी यूजरप फायदे में ही रहता है क्योंकि 3-4 प्रतिशत के इंट्रेस्ट से बढ़कर उसे 8 प्रतिशत का इंट्रेस्ट मिलता है. ऐसे में अगर पेनाल्टी लग भी जाए तो भी फायदा ही होता है.

वुमेन्स सेविंग्स अकाउंट -

वुमेन्स सेविंग्स अकाउंट में यूजर को कैशबैक की सुविधा भी मिलती है. अलग-अलग बैंकों के अलग कैशबैक रिटर्न नियम हैं जैसे ICICI बैंक में गहने और डिपार्टमेंटल स्टोर में खर्च करने पर 1 प्रतिशत कैशबैक मिलता है. डाइनिंग में 2 प्रतिशत और बाकी यूटिलिटी बिल्स देने पर 3 प्रतिशत का कैशबैक मिलता है. इसके अलावा, कुछ बैंकों में जीरो बैलेंस रिक्वायरमेंट पर भी महिलाओं के लिए RD की सुविधा उनके सेविंग्स अकाउंट से लिंक की जा सकती है.

कुल मिलाकर जितनी सुविधाएं हैं उतने ही तरह के नियम भी हैं. अगर आपको भी कोई बैंक संबंधित नियम समझना है तो कमेंट बॉक्स में बताएं.

लेखक

श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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