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Updated: 09 मई, 2023 03:09 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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वेब सीरीज: सास बहू और फ्लेमिंगो

क्रिएटर: दिनेश विजान

डायरेक्टर: होमी अदजानिया

स्टारकास्ट: डिंपल कपाड़िया, राधिका मदान, मोनिका डोगरा, उदित अरोड़ा, अंगिरा धर, दीपक डोबरियाल, वरुण मित्रा, ईशा तलवार और नसीरुद्दीन शाह

आईचौक रेटिंग: 5 में से 3.5 स्टार

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में दिनेश विजान का एक अलग स्थान है. वो हमेशा अलग-अलग तरह को रोचक कहानियों पर फिल्में लेकर आते हैं. यही वजह है कि उनकी ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल रहती हैं. 'दसवीं', 'मिमी', 'अंग्रेजी मीडियम', 'बाला', 'लुका छिपी', 'स्त्री', 'हिंदी मीडियम', 'कॉकटेल' और 'एजेंट विनोद' जैसी फिल्में इसकी गवाह हैं. दिनेश एक बार एक अलग तरह की कहानी लेकर हाजिर हुए हैं. उनकी वेब सीरीज 'सास बहू और फ्लेमिंगो' डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही है. होमी अदजानिया के निर्देशन में बनी इस वेब सीरीज की कहानी ड्रग्स तस्करी, समलैंगिकता और वर्चस्व के खूनी खेल पर आधरित है. होमी को 'कॉकटेल', 'फाइंडिंग फेनी' और 'अंग्रेजी मीडियम' जैसी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है. उनकी फिल्मों में बहुत अलग तरह के किरदार देखने को मिलते हैं, जिसे कल्पना के सांचे पर बहुत बारीकी से गढ़ा जाता है.

वेब सीरीज 'सास बहू और फ्लेमिंगो' में डिंपल कपाड़िया, राधिका मदान, मोनिका डोगरा, उदित अरोड़ा, अंगिरा धर, दीपक डोबरियाल, वरुण मित्रा, विक्रम प्रताप, ईशा तलवार, आशीष वर्मा और नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. इसकी कहानी, पटकथा और संवाद सौरभ डे, करण व्यास, नंदिनी गुप्ता और अमन मन्नान ने मिलकर लिखी है. कहानी रोचक और अनोखी है. क्योंकि सास और बहु का नाम आते ही, ज्यादातर डेली सोप के बारे में ख्याल आता है, जिसमें दोनों के बीच लड़ाई दिखाई जाती है. लेकिन इस वेब सीरीज में सास और बहु मिलकर ड्रग्स तस्करी का इंटरनेशनल रैकेट चलाती हैं. इसके बारे में उनके अपने बेटों-पति तक को पता नहीं होता है. इतना ही नहीं ये सास और बहु आपस में लड़ने की बजाए गुंडों का सामना करती हैं. एक साथ मिलकर दर्जन भर गुड्डों के छक्के छुड़ा देती हैं. सास घर में सीधी, लेकिन बाहर दबंग है.

650_050623080910.jpgवेब सीरीज 'सास बहू और फ्लेमिंगो' डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही है.

इस वेब सीरीज की स्क्रिप्ट तमाम ट्विस्ट और टर्न से भरपूर है. इमोशन और एक्शन से भरी हुई कहानी के बीच सभी कलाकारों की दमदार अदाकारी मजबूत माहौल बनाने का काम करती है. इसमें डिंपल कपाड़िया और दीपक डोबरियाल लीड रोल में हैं. दोनों अपने-अपने इलाके के शेर हैं. डिंपल ने सावित्री देवी उर्फ रानी बा का किरदार निभाया है, तो दीपक ने मोंक का रोल किया है. दोनों के किरदारों के लुक पर खास काम किया गया है, जो उनके रोल की डिमांड के अनुसार उन्हें भयावह भी बनाता है. शांता के किरदार में राधिका मदान सावित्री देवी की बेटी के रोल में हैं, तो बिजली के किरदार में ईशा तलवार और काजल के किरदार में अंगिका धर बहु बनी हैं. इन्हीं तीनों किरदारों के जरिए रानी बा अपना साम्राज्य चलाती है. डिंपल ने अपनी चमक से सीरीज को रोशन कर दिया है. राधिका, ईशा और अंगिरा अलहदा अवतार में जादू करती हुई नजर आ रही हैं.

'सास बहू और फ्लेमिंगो' की कहानी के केंद्र में डिंपल कपाड़िया की किरदार सावित्री देवी है. सावित्री को उसके इलाके में लोग रानी बा कहते हैं. रानी 'गोल्‍डन र‍िंग' (उत्तर भारत) में ड्रग्स की दुनिया की बेताज बादशाह है. वो अपनी बेटी, बहु और गांव की महिलाओं के साथ ड्रग्स का व्यापार करती है. कहने को वो जड़ी-बूटी और हस्तशिल्प का धंधा करती है, लेकिन उसकी आड़ में कोकिन की स्पाई करती है. उसका व्यापार मुंबई से लेकर जापान और अमेरिका तक फैला है. विदेशों में उसके माल की बहुत डिमांड है. लेकिन इसी बीच महाराष्ट्र के एक नेता के बेटे की ड्रग्स ओवरडोज की वजह से मौत हो जाती है. मुंबई की नारकोटिक्स टीम ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार करके पूछताछ करती है, तो पता चलता है कि रण क्षेत्र से ड्रग्स की सप्लाई होती है. नारकोटिक्स टीम को लगता है कि पाकिस्तान या अफगानिस्तान से इस ड्रग्स की खेप मंगाई जा रही है.

इसके बाद नारकोटिक्स का एक अफसर राजस्थान आता है. वहां लोकल पुलिस की मदद से इस मामले की जांच में जुट जाता है. इधर अपनी मां के काले कारनामों से अंजान उसके बेटे हरीश (आशीष वर्मा) और कपिल (वरुण मित्रा) अपने घर आते हैं. उनके आने से पहले 'स‍िल्‍वर र‍िंग' (नॉर्थ ईस्‍ट) का बादशाह मोंक (दीपक डोबर‍ियाल) सावित्री के घर पर जानलेवा हमला करवा देता है, लेकिन सास, बहु और बेटी मिलकर उन सभी गुडों को मार गिराती हैं. यहां चारों किरदारों का गजब का एक्शन देखने को मिलता है. घर आने के बाद एक दिन सावित्री के बेटों को उसकी असलियत पता चल जाती है. वो ड्रग्स की फैक्ट्री देखकर हक्के-बक्के रह जाते हैं. इतना ही नहीं उन्हें ये जानकर हैरानी होती है कि जिस ड्रग्स का सेवन वो अमेरिका में करते हैं, वो उनकी मां की फैक्ट्री का ही है. सावित्री के सामने चौतरफा मुसीबत खड़ी हो जाती है. एक तरफ पुलिस, तो दूसरी तरफ मोंका जैसा खतरनाक दुश्मन, तीसरी तरफ उसके बेटों को उसकी असलियत का पत चल जाना. ऐसे में साबित्री क्या करेगी, जानने के लिए इस वेब सीरीज को देखना होगा.

60-60 मिनट के आठ एपिसोड वाली इस वेब सीरीज के पहले एपिसोड को छोड़ दिया जाए, तो बाकी सभी जबरदस्त रोचक और रोमांचक हैं. पहले एपिसोड की रफ्तार बहुत धीमी है. बोरियत होने लगती है, लेकिन थोड़ा धैर्य रखकर जैसे ही आगे बढ़ेंगे मजा आने लगेगा. इस वेब सीरीज को बड़े स्तर पर बनाया गया है. इसकी शूटिंग भी नॉर्थ से लेकर नॉर्थ-ईस्ट तक बहुत खूबसूरती से की गई है. लिनेश देसाई की सिनेमैटोग्राफी ने बहुत बारीकी से एक-एक सीन को अपने कैमरे में कैद किया है. एडिटर ए श्रीकर प्रसाद ने देर ही सही लेकिन दुरुस्त एटिडिंग किया है, जो सीरीज को मनोरंजक बनाए रखता है. संगीत के मामले में जरा मामला खराब है. सचिन-जिगर को ज्यादा मेहनत करने की जरूरत थी. होमी अदजानिया के निर्देशन की भी दाद देनी होगी. उन्होंने हर किरदार को करीने से गढ़ा है. कुल मिलाकर, 'सास बहू और फ्लेमिंगो' एक देखने लायक वेब सीरीज है.

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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