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Updated: 14 मई, 2017 08:24 PM
अभिनव राजवंश
अभिनव राजवंश
  @abhinaw.rajwansh
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बाहुबली 2 ने जहाँ अमेरिका में सफलता के झंडे गाड़ रही है, तो वहीं दंगल चीन के बॉक्स ऑफिस पर नए आयाम गढ़ रही है. दोनों ही फिल्में न केवल विदेशी बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त बिज़नेस कर रही हैं, बल्कि बाहुबली 2 अमेरिका के बेहतरीन बिज़नेस करने वाली फिल्मों में टॉप 3 में भी आ गई है. वहीं दंगल चाइनीस बॉक्स ऑफिस पर हॉलीवुड की फिल्मों को पछाड़ते हुए टॉप पर है, और साथ ही फिल्म ने दो हफ्ते में ही 200 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर चुकी है. भारतीय फिल्मों के लिहाज से ये प्रदर्शन ऐतिहासिक हैं.

बॉक्स ऑफिसबाहुबली और दंगल दोनों ही विदेशों में अच्छी कमाई कर रही हैं.

आम तौर पर ऐसा माना जाता था कि भारतीय फ़िल्में केवल विदेशों में रहने वाले भारतीय ही देखते हैं, मगर बाहुबली 2 और दंगल ने जैसा प्रदर्शन किया है उससे एक बात साफ़ है कि इन फिल्मों के दर्शक अब केवल भारतीय ही नहीं हैं, बल्कि विदेशी दर्शकों पर भी इन फिल्मों ने अपना जादू चलाया है. फिल्मों के जानकर भी मानते है कि बाहुबली जैसी फिल्म से भारतीय फिल्मों का दायरा अब भारतीय दर्शकों के पार भी पहुँच चुका है. बाहुबली 2 के सफलता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पहले हफ्ते की कमाई के मामले में इस फिल्म ने टॉम हैंक्स और एमा वॉटसन की फिल्म सर्किल को भी पीछे छोड़ अमेरिकन बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया.

बाहुबली ने न केवल कमाई के मामले में बल्कि अपने स्पेशल इफेक्ट्स से भी पूरे विश्व मीडिया में चर्चा में है. विश्व भर के कई प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं ने बाहुबली 2 की सफलता को अपने यहाँ प्रमुखता से जगह दी साथ ही यह भी माना की फिल्म के स्पेशल इफेक्ट्स विश्वस्तरीय हैं, और इस फिल्म ने हॉलीवुड फिल्मों के अपेक्षा काफी कम बजट में यह काम कर दिखाया है.

भारतीय फिल्मों की सफलता इस लिए भी खास है क्योंकि जहाँ एक ओर हॉलीवुड की फ़िल्में डेढ़ से दो घंटे की होती हैं, वहीं बाहुबली और दंगल दोनों ही तीन घंटे की फ़िल्में हैं, बावजूद इसके ये विदेश की बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही हैं. यह आकंड़े यह बताने के लिए काफी हैं कि बाहुबली और दंगल जैसी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को नए आयाम दिए हैं, और साथ ही विश्वस्तर पर भारतीय सिनेमा के कद को भी बढ़ाया है. हालाँकि, इस फिल्म की सफलता के बाद अब भारतीय फिल्मों से अपेक्षाएं भी बढ़ेंगी और यह भी एक सच्चाई है कि सालाना लगभग 2000 फ़िल्में बनाने वाली भारतीय सिनेमाई दुनिया में अच्छी फ़िल्में अभी भी कम ही बनती हैं.

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अभिनव राजवंश अभिनव राजवंश @abhinaw.rajwansh

लेखक आज तक में पत्रकार है.

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