सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
सियासत | बड़ा आर्टिकल

2024 चुनाव में विपक्ष एकजुट कैसे होगा? विपक्ष की अपनी ढफली, अपना राग है!
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पार्टी के जनाधार को मजबूत करने के लिए भारत जोड़ो पदयात्रा कर रहें है. जिसमें वह भाजपा विरोधी सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित कर रहे हैं. मगर उनके यात्रा में भी कई विपक्षी दलों के नेताओं ने शामिल होने से इंकार कर विपक्ष की एकता को पलीता लगा दिया. विपक्षी दलों की आपसी फूट का फायदा उठाकर भाजपा 2024 में तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने की योजना बना रही है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

सचिन पायलट के सियासी दौरों ने अशोक गहलोत की धड़कन बढ़ा दी है!
सचिन पायलट भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पंजाब में राहुल गांधी से मिलकर राजनीतिक चर्चा की थी. उसके बाद लौटकर उन्होंने राजस्थान में जाट बहुल नागौर, हनुमानगढ़, झुंझुनू, पाली व जयपुर में बड़ी-बड़ी जनसभाएं कर अप्रत्यक्ष रूप से गहलोत सरकार पर निशाना साध रहें हैं.
सियासत | बड़ा आर्टिकल

BBC डॉक्युमेंट्री से अडानी तक, राहुल के करीबी एंटनी ने ही बताया- भारत विरोधी विचार की जगह नहीं अब
बीबीसी की डॉक्युमेंट्री से लेकर गौतम अडानी प्रकरण तक कांग्रेस जैसी पार्टियों के अंदर से जिस तरह का स्टेटमेंट निकलकर आ रहा है, वह साफ़ कर देता है कि असल में फिलहाल का माहौल हिंदू पुनर्जागरण नहीं बल्कि भारत के पुनर्जागरण की घोषणा है. यह कैसे भारत का पुनर्जागरण है, आइए समझते हैं.
सिनेमा | बड़ा आर्टिकल

बॉलीवुड में उर्दू के लिए नसीरुद्दीन की चिंता और हिंदी पर एमके स्टालिन की आशंका क्यों एक जैसी है?
भारत में इस वक्त अलगाववाद का भाव लिए तमाम तरह के बयान आ रहे हैं. कुछ पर बात हो रही है कुछ पर नहीं. मगर उन्हें गौर से देखिए- तो सबमें एक तगड़ा कनेक्शन साफ़ नजर आता है. क्यों इसे नसरुद्दीन शाह और एमके स्टालिन के अलग-अलग बयानों से भी समझा जा सकता है, जो असल में एक ही है. लेकिन इस पर कोई बहस नहीं होगी. जैसे देश के शहरों को कर्बला बना देने पर बहस नहीं हुई.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

MoTN Survey: भारत जोड़ो यात्रा राहुल के काम आई, कांग्रेस के नहीं, खड़गे के तो बिल्कुल भी नहीं!
2024 के आम चुनावों से पहले इंडिया टुडे - C Voter के Mood Of The Nation सर्वे में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की हकीकत खुल कर सामने आ गयी है. जनता ने जैसे इशारे दिए हैं ये यात्रा भले ही राहुल के लिए फायदेमंद हो लेकिन इससे कांग्रेस पार्टी को कोई विशेष फर्क नहीं पड़ने वाला.
सियासत | बड़ा आर्टिकल

सर्जिकल स्ट्राइक का दिग्विजय सिंह ने सबूत मांगा था, और ट्रंप के मंत्री ने दे दिया
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान से दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को भले ही निराश होना पड़ा हो, लेकिन अमेरिका के विदेश मंत्री रहे माइक पॉम्पियो (Mike Pompeo) की किताब में सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र कांग्रेस नेता की जिज्ञासा शांत जरूर कर सकता है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल

पार्टी के नेताओं का कोई सार्वजनिक बयान निजी कैसे हो सकता है?
दिग्विजय सिंह द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाना भर था. मामले ने तूल पकड़ लिया और दिलचस्प ये रहा कि राहुल गांधी समेत कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं ने खुद को दिग्विजय सिंह के बयान से अलग कर लिया है. सवाल ये है कि पार्टी के नेताओं का सार्वजनिक दिया गया बयान निजी कैसे हो सकता है?
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