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Saas Bahu Aur Flamingo Review: जानिए डिंपल कपाड़िया और दीपक डोबरियाल की वेब सीरीज कैसी है?
Saas Bahu Aur Flamingo Web series Review in Hindi: होमी अदजानिया के निर्देशन में बनी वेब सीरीज 'सास बहू और फ्लेमिंगो' डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही है. डिंपल कपाड़िया, राधिका मदान, नसीरुद्दीन शाह और दीपक डोबरियाल स्टारर इस वेब सीरीज की कहानी ड्रग्स तस्करी, समलैंगिकता और वर्चस्व स्थापित करने के खूनी खेल पर आधरित है. दिनेश विजान एक बार फिर जबरदस्त सिनेमा के साथ हाजिर हुए हैं.
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Taj Divided By Blood: ओवर द टॉप मुगलिया सल्तनत की करतूत सामने आनी ही थी
मुग़ल सल्तनत को लेकर तमाम किवदंतियां निःसंदेह बादशाह अकबर और शहजादे सलीम के मध्य की तनातनियों की ओर इशारा करती हैं और शायद इन्हीं को आधार बनाकर मेकर ने एक अलग ही किवंदती गढ़ दी है दोनों के बीच की कटुता का चित्रण करने के लिए. लेकिन नसीरुद्दीन शाह का बादशाह अकबर के किरदार में होना ही सीरीज को कमजोर कर देता है.
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Taj Divided By Blood Review: जानिए नसीरुद्दीन शाह की नई वेब सीरीज कैसी है?
Taj Divided By Blood Web series Review in Hindi: नसीरुद्दीन शाह, अदिति राव हैदरी और आशिम गुलाटी स्टारर वेब सीरीज 'ताज डिवाइडेड बाय ब्लड' ओटीटी प्लेटफॉर्म Zee5 पर स्ट्रीम हो चुकी है. मुगल साम्राज्य के विस्तार पर बनी इस सीरीज में प्यार, वासना, नशा, राजनीति, कूटनीति, धोखा सहित हर रंग देखने को मिलता है.
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मुगलों से सहानुभूति रखने वाले नसीरुद्दीन शाह को बाबर और औरंगजेब का इतिहास जान लेना चाहिए!
नसीरुद्दीन शाह का कहना है कि हमें मुगलों का महिमामंडन नहीं करना चाहिए लेकिन उन्हें बदनाम करने की भी जरूरत नहीं है. मुगल तैमूर और नादिर शाह की तरह आक्रमणकारी नहीं थे. मुगल भारत को अपना घर बनाने आए थे. यदि मुगल इतने ही गलत हैं तो उनके बनाए ताजमहल, लाल किला और कुतुब मीनार को लोगों ने गिरा नहीं दिया होता.
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'मंटो इस्मत हाजिर है' का जब भी मंचन होता है, हिट ही रहता है
अठारह साल बाद भी मंटो और चुगताई सरीखे अच्छे लेखकों की कृतियों पर आधारित हाउसफुल शो हो रहे हैं. हालांकि पृथ्वी थियेटर के मंच की भी अपनी यूएसपी है नाटक प्रेमियों को खींचने की. 'मोटले' नाम की सार्थकता के अनुरूप ही थोड़ा प्रहसन है, चुटीलापन है, विविध साज सज्जा है और लिबरल होने तथा दिखने का मकसद भी है.
सिनेमा | बड़ा आर्टिकल

बॉलीवुड में उर्दू के लिए नसीरुद्दीन की चिंता और हिंदी पर एमके स्टालिन की आशंका क्यों एक जैसी है?
भारत में इस वक्त अलगाववाद का भाव लिए तमाम तरह के बयान आ रहे हैं. कुछ पर बात हो रही है कुछ पर नहीं. मगर उन्हें गौर से देखिए- तो सबमें एक तगड़ा कनेक्शन साफ़ नजर आता है. क्यों इसे नसरुद्दीन शाह और एमके स्टालिन के अलग-अलग बयानों से भी समझा जा सकता है, जो असल में एक ही है. लेकिन इस पर कोई बहस नहीं होगी. जैसे देश के शहरों को कर्बला बना देने पर बहस नहीं हुई.
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पहले दिन अर्जुन के कुत्ते की 1 करोड़ कमाई में बॉलीवुड के लिए बहुत संदेश, वरिसु ने टांग अड़ा दी है!
बॉलीवुड के नामचीन चेहरों से सजी कुत्ते के खिलाफ कोई बायकॉट कैंपेन नजर नहीं आया. बावजूद थलपति विजय की वरिसु के सामने फिल्म ने महज 1 करोड़ का ओपनिंग कलेक्शन निकाला है. लगता है कि अर्जुन कपूर की फिल्म टिकट खिड़की पर खड़ी होने से पहले ही डैम तोड़ चुकी है.
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