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सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
विवेकानंद शांडिल
@vivekanand.shandil
मणिपुर हिंसा से जुड़े कुछ अदृश्य सत्य जिन्हें जानना बहुत जरूरी है!
मणिपुर में आज भले ही परिस्थितियां प्रतिकूल हों. लेकिन हमें बिना परेशान हुए. बिना व्यथित हुए. प्रधानमंत्री मोदी पर अपने विश्वास को कायम रखना होगा. वे अवश्य इस मुश्किल समस्या का कोई न कोई स्थायी समाधान ढूंढ़ लेंगे.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
प्रकाश कुमार जैन
सख्त कानून कायदों का क्या मतलब यदि कानून की आंखों की पट्टी सरक गई हो
कहने को कहा जाता है कानून सबके लिए समान होता है या क़ानून की नजरों में सब समान है. हकीकत में क्या स्थिति इतनी आदर्श है ? कम से कम भारत में तो नहीं है. यहाँ तो गणमान्यों व नेताओं के लिए नियम, कायदे कानून बने ही हैं 'सारे नियम तोड़ दो' के लिए !
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
प्रणय विक्रम सिंह
बंगाल समस्या का स्थायी समाधान है सिर्फ और सिर्फ 'योगी मॉडल!'
ध्यान से सुनिए कि पंचायत चुनाव में हुई ये 41 हत्याएं बंगाल में लोकतंत्र के खतरे में होने का संकेत नहीं बल्कि लोकतंत्र की हत्या की करुण चीत्कार हैं. 'ममता सरकार' की निर्ममता से बंगाल के दामन पर लगे ये खून के धब्बे भला कैसे धुलेंगे?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
योगी आदित्यनाथ के ताजा बयान उनका कॉन्फिडेंस दिखा रहे हैं...
प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद, पहली बार जनसभा को संबोधित करने वाले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने तेवरों से बता दिया है कि जब बात यूपी में लॉ एंड ऑर्डर की आएगी वो किसी भी सूरत में झुकने वाले नहीं हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मशाहिद अब्बास
@masahid.abbas
क्या अब 'एक था अतीक' लिखने का समय आ चुका है? सीएम योगी ने संदेश तो कुछ ऐसा ही दिया है!
योगी ने कहा मिट्टी में मिला देंगे, अतीक ने जवाब दिया मिट्टी में मिल चुके हैं और फिर योगी की पुलिस ने मिट्टी में मिला दिया. एक एनकाउंटर ने बहुत सारे सवाल छोड़ दिए हैं. क्या होगा इस एनकाउंटर का सियासी समीकरण. सपा मुस्लिम वर्ग को कैसे रिझाएगी. बसपा क्या अतीक की पत्नी को पार्टी से बाहर निकाल फेकेगी. अतीक ब्रांड का क्या होगा और क्या होगा माफिया का भविष्य?
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
नवीन चौधरी
@choudharynaveen
किसी भी हिंसा पर तब कहां थे? जैसे सवाल असल में अभी के अपराधों को बचाने का जरिया है!
भारत जैसे देश में आम हिंदू धार्मिक है मगर कट्टर नहीं. तब कहां थे? जैसे सवाल असल में अभी के अपराधों को बचाने का जरिया है, चाहे जो पूछे... और ये सवाल आम नागरिक की सोच को धीरे-धीरे कट्टर में बदलते हैं.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
Prince D
आखिर क्यों मर्दों के कारण लड़कियां होली पर सड़कों पर नहीं निकल पातीं
होली चाहे गांव-देहात की हो या मेट्रो सिटी के क्लब की. महिलाओं से अभद्रता करते शराब भांग के नशे में लड़कियों, महिलाओं को यहां वहां छूते लोग मिल ही जाएंगे. महिलाओं से कहा जायेग कि बद्तमीजी करने वाला पुरुष होश में नहीं है तो उसे बुरा नहीं मानना चाहिए.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
प्रयागराज से संदेश क्लियर है, यूपी में अब मिट्टी में मिलेगी बची-खुची माफियागिरी...
प्रयागराज के हत्याकांड को लेकर और भी सख्त हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का जो संकल्प लिया. उसका असर दूसरे दिन से ही नजर आने लगा. हत्याकांड में सम्मिलित अपराधियों को दबोचने में पुलिस कामयाब हो रही है. मुठभेड़ का सिलसिला समाज विरोधी तत्वों के हौसलों को मिट्टी में मिला रहा है. बुल्डोजर की गरज से बचे-खुचे अपराधियों के हौसले पस्त हो रहे हैं.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
जब योगी आदित्यनाथ कहते हैं 'मिट्टी में मिला दूंगा', तो मतलब समझ जाइये...
अपराध पर काबू पाने के इनाम में उत्तर प्रदेश की जनता ने लगभग चार दशक का रिकार्ड तोड़ते हुए योगी आदित्यनाथ को दोबारा कुर्सी पर बैठाया. संगठित अपराध कम होना और प्रदेश में साम्प्रदायिक दंगों के सिलसिले को थमना को यूपी सरकार की सफलता माना जाता है.