समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

कलियुग के 'हरिश्चंद्र' प्रोफेसर, छात्रों को नहीं पढ़ाया इसलिए 23 लाख सैलरी लौटाई!
बिहार के प्रोफेसर डॉ. ललन कुमार का कहना है कि, मैं बच्चों को पढ़ाना चाहता हूं लेकिन मेरे कॉलेज में छात्र पढ़ने ही नहीं आते. वहां छात्रों की उपस्थिति शून्य है. मेरा ज्ञान बेकार जा रहा है, क्योंकि वहां पढ़ाई का कोई माहौल नहीं है.
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मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का, उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले
बिहार के सीतामढ़ी जिले की सबीना खातून और उनके प्रेमी रविशंकर को मोहब्बत हो गई. दोनों ने एक-दूसरे से कुछ छिपाया नहीं था, वे जानते थे कि उनका धर्म अलग है. प्यार ऐसी चीज है जो लाख छिपाए भी नहीं छिपती. दुनिया को इनके प्यार के बारे में भनक लग गई और फिर हिन्दू-मुस्लिम शुरु हो गया.
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बिहार की यह महिला अपने 4 बच्चों का पेट पालने के लिए कैब ड्राइवर बनी, सैल्यूट तो बनता है!
पटना की अर्चना पांडे 4 बच्चों की मां हैं. वे अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा और अच्छे भविष्य दिलाने के लिए कैब ड्राइवर बन गईं. अर्चना ने यह कार बैंक से लोन लेकर खरीदा है. वे न सिर्फ पटना बल्कि दूसरे जिलों में भी कैब चलाती हैं.
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