सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

भले ही उमेश पाल 2023 में मरा, लेकिन अतीक ने इस मौत की स्क्रिप्ट 2012 में ही लिख दी थी!
साबरमती जेल में रहने के बावजूद अतीक और उसके गुर्गों ने सरेराह उमेश पाल की हत्या की, कारण बस ये था कि अतीक उस डर और दहशत को कायम रखना चाह रहा था जो उसने लोगों के बीच बनाया था. तस्दीक 2012 में लिखा अतीक का वो पत्र कर देता है जो उसने उस समय तत्कालीन गृह सचिव को लिखा था.
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें

कांग्रेसी रज्जू ने अतीक के परिवार का गम कम तो किया ही है
प्रयागराज के ही रहने वाले कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने अतीक अहमद को शहीद बता दिया है. साथ ही उसने अतीक अहमद को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि,अतीक अहमद ने शहादत पाई है, लिहाजा उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था. रज्जू की इस डिमांड से अतीक के परिवार में खुशी की लहर है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
