समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें

इस तरह के पुरुषों से शादी करने का मतलब अपनी जिंदगी बर्बाद करना है
रिश्ते में प्यार का होना चाहिए मगर जब बात शादी और जिंदगी भर की साझेदारी की आती है तो सम्मान बेहद जरूरी है. एक समय के बाद जिम्मेदारियों के आने के बाद प्यार कहीं छिप जाता है. ऐसे में अगर आप एक-दूसरे का सम्मान करते हैं तो रिश्ता चल सकता है.
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लाख कोशिशों के बाद भी कुछ लड़कियों की शादी क्यों नहीं होती?
एक लड़की की कहानी पढ़ी. वह 33 साल की हो चुकी है लेकिन उसकी शादी नहीं हो रही है. उसके घरवाले परेशान है. मोहल्ले वाले ताना मारते हैं और उसकी सहेलियां भी उसका मजाक उड़ाती हैं. वह अच्छी नौकरी करती है. परिवार वाले उसके लिए 5-6 साल से लड़का देख रहे हैं लेकिन बात नहीं बन पा रही है.
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प्रेमी 'तुम' होता है लेकिन पति बनते ही उसे 'आप' बुलाने के लिए दबाव क्यों बनाया जाता है?
तुम या आप... आपको इन दोनों शब्दों में से कौन सा शब्द ज्यादा ‘अपना’ लगता है? आपने यह लाइन किसी ने किसी फिल्म में तो जरूर सुनी होगी कि, मुझे ‘आप नहीं तुम’ कहकर बुलाओ. लेकिन, शादी से पहले और शादी के बाद लड़कियों के लिए ये शब्द अलग ही परिदृश्य लेकर आते हैं.
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दशक दर दशक वैवाहिक विज्ञापनों में ऐसे बदली 'आदर्श बहू' की परिभाषा
अरेंज मैरिज की शुरुआत शादी के इश्तेहार से होती है और यह बहुत ही सामान्य सी बात है. अखबारों में लोग शादी का इश्तेहार देकर अपने लिए योग्य वर-वधू की तलाश करते हैं. समय के साथ इश्तेहार देने के तरीके भले बदल गए, लेकिन होने वाली पत्नी या बहू को लेकर लोगों की सोच नहीं बदली.
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