X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
अब वो वक़्त आ गया है जब हमें मोटे अनाज का सेवन शुरू कर देना ही चाहिए!
2023 को विश्व स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय 'मोटा अनाज वर्ष' (मिलेट्स इयर) के रूप में मनाया जा रहा है. इसका प्रस्ता्व भारत सरकार ने दिया था और संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसका सर्व सम्मति से अनुमोदन किया था. भारत के इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 5 मार्च 2021 को अपनी स्वीकृति दे दी थी. इसका उद्देश्य विश्व स्तर पर मोटे अनाज के उत्पादन और खपत के प्रति जागरूकता पैदा करना है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
राष्ट्रपति चुनाव से पहले मोदी के 'अब्बास' का मिल जाना - संयोग है या कोई प्रयोग?
अब्बास (Abbas) यानी अपने बचपन के मित्र का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नयी बहस छेड़ दी है - ये चर्चा नुपुर शर्मा विवाद और राष्ट्रपति चुनाव (President Election 2022) के बीच होने से राजनीतिक मायने अलग हो जाते हैं - और अहम भी.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मोदी कोई वाजपेयी नहीं हैं जो आरिफ को कलाम बना दें, लेकिन...
राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर एनडीए उम्मीदवार के रूप में आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) का नाम ट्विटर पर ट्रेंड होने से कोई फर्क नहीं पड़ता - क्योंकि मौजूदा दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को एपीजे अब्दुल कलाम की बिलकुल भी जरूरत नहीं है. अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में देश का राजनीतिक माहौल अलग था.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
राष्ट्रपति पद के विपक्ष के उम्मीदवार की तलाश तेज - कोई कांग्रेस नेता भी हो सकता है क्या?
राष्ट्रपति चुनाव (President Election 2022) में सत्ता पक्ष और विपक्ष (Opposition Candidate) दोनों ही उम्मीदवारों के नाम पर खामोश हैं. सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की तरफ से तो ऐसे भी संकेत दिये जा रहे हैं कि कांग्रेस अपने किसी नेता को चुनाव नहीं लड़ाएगी - कांग्रेस के पास कोई योग्य नेता बचा नहीं क्या?
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
हिजाब मांगने वाली छात्राओं को क्यों अब्दुल्ला मुसलियार जैसों से डरना चाहिए?
केरल (Kerala) के मल्लपुरम में एक हिजाब पहने हुए मुस्लिम छात्रा (Muslim Girl Student) को मंच पर बुलाने पर मौलवी अब्दुल्ला मुसलियार (Abdulla Musaliyar) भड़क गए. आयोजकों को धमकाते हुए कहने लगे कि हमारे यहां बैठे होने पर ऐसी चीजें नहीं चलेंगी? आखिर अब्दुल्ला मुसलियार का इशारा किस तरफ था?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
Maulana Saad appeal: तो क्या दिल्ली पुलिस कोरोना फैलने से रोक सकती थी?
तब्लीगी जमात (Tablighi Jamaat) के प्रमुख मौलाना साद (Maulana Saad) धीरे धीरे लाइन पर आ चुके हैं - और ये दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की सख्ती के बाद हुआ लगता है. ये तो ऐसे ही लगता है कि अगर दिल्ली पुलिस ने शुरू में सख्ती बरती होती तो तब्लीगी जमात की वजह से देश भर में कोरोना वायरस इस कदर नहीं फैल पाता.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
कांग्रेस की CAA विरोधी मुहिम में तो सिब्बल, जयराम और खुर्शीद ही रोड़ा बनने लगे!
कांग्रेस के CAA विरोध (Congress CAA Protest) की राह में पार्टी नेताओं (Kapil Sibal Jairam Ramesh and Salman Khurshid) की राय ही रोड़ा बन रही है - आरिफ मोहम्मद खान (Kerala Governor Arif Mohammad Khan) के सपोर्ट में ये नेता एक तरीके से वही कह रहे हैं जो PM नरेंद्र मोदी और अमित शाह (Narendra Modi and Amit Shah) घूम घूम कर समझा रहे हैं.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
केरल में आरिफ मोहम्मद खां की एंट्री राहुल गांधी के लिए रेड अलर्ट
आरिफ मोहम्मद खां को बीजेपी भले ही केरल की राजनीति में एंट्री पास मान रही हो, लेकिन फायदा भी पूरा मिलेगा गारंटी नहीं है. हां, राहुल गांधी की राजनीति के लिए ये फॉर्मूला काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
आरिफ मोहम्मद खान ने मोदी और मुसलमानों के बीच की खाई का झूठ उजागर कर दिया है
कांग्रेस में केंद्रीय मंत्री रह चुके आरिफ मोहम्मद खान ने जो बातें कहीं हैं उससे साफ है कि यदि आज इस देश का मुसलमान खस्ताहाली की जिंदगी बिता रहा है तो इसका अहम कारण मौलाना हैं, तो दूसरी तरह कांग्रेस का तुष्टिकरण भी हैं जिसने समाज को पीछे ले जाने वाले कट्टरपंथियों का हरसंभव सहयोग किया.