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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मायावती को ज्यादा फिक्र अपनी राजनीतिक विरासत की है या सत्ता में वापसी की?
मायावती (Mayawati) के रुख से पहले लगता था चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Azad) को वो अपने लिए खतरा मानती हैं, लेकिन जिस तरीके से आकाश आनंद (Akash Anand) को प्रोजेक्ट किया है - लग रहा है सरकार बनाने से बड़ी चिंता बीएसपी का भविष्य है.
सियासत
|
खानाखराब
| 6-मिनट में पढ़ें
कमलेश सिंह
@kamksingh
सब माया है : मायावती के भतीजे ही उनके वारिस हैं, इसमें इतना क्या घबराना ?
मायावती अपनी विरासत अपने भतीजे आकाश आनंद के हवाले कर रही हैं. ऐसे में हमें बिल्कुल भी विचलित नहीं होना चाहिए. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि देश की राजनीति में हम ऐसा कुछ पहली बार देख रहे हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
Mayawati का 'परिवारवाद' मजबूरी की विरासत है
मायावती भी भाई-भतीजावाद की राजनीति में शामिल हो गयी हैं. ऐसे आरोपों से बचने के लिए ही मायावती ने अपने सगे भाई बीएसपी उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया था लेकिन अब घर वापसी हो गयी है - आखिर ये भूल सुधार करना क्यों पड़ा?
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
EVM और चुनाव आयोग पर भेजी गई लानतों के भरोसे होतीं मायावती
चुनाव आयोग की कार्रवाई को भी मायावती ने वही राजनीतिक रंग देना शुरू किया है जो उनकी बचाव की स्टाइल रही है. लगातार चुनावी हार के बाद लगता है मायावती ध्यान भटका कर राजनीतिक जमीन बचाने की कोशिश कर रही हैं.