New

होम -> समाज

 |  2-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 02 अक्टूबर, 2017 06:32 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

हर रोज़ की लड़ाइयों से परेशान हैं? क्या लग रहा है कि शादी का अंजाम तलाक तक जाएगा? तो फिर राम बाण तरीका अपनाइए. डेट पर चले जाइए...

ये रामबाण तरीका खोज निकाला है बेंगलुरू के मीडिएशन सेंटर ने. काउंसिलर्स का कहना है कि जिन शादीशुदा जोड़ों को अलग होना है वो अपने रिश्ते को बचाने के लिए डेट कर सकते हैं.

तलाक, शादी, रिश्ता, पार्टनर

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपि एक रिपोर्ट के अनुसार ये तरीका बेंगलुरू के मीडिएशन सेंटर का है. एक जोड़े का उदाहरण देते हुए कहा गया है कि लव मैरिज के बाद भी कुछ ही समय में तलाक के लिए अर्जी डाल दी. मीडिएशन सेंटर के अनुसार आजकल की लाइफ स्टाइल, वर्क स्ट्रेस और वक्त की कमी के कारण शादी में परेशानी आना आम बात है.

तलाक का एक अहम कारण है प्यार की कमी या वक्त न मिलना तो बेहतर है कि डेट ही कर ली जाए. किसी और से नहीं. अपने पार्टनर के साथ ही.

रिपोर्ट के अनुसार एक और केस जहां 6 महीने के अंदर ही तलाक की अर्जी दे दी गई थी वहां पब्लिक पार्क में लगातार मिलना काम कर गया और पति-पत्नी ने तलाक का ख्याल ही छोड़ दिया. काउंसिलर की सलाह मानते हुए पार्क में मिलकर प्रेमी जोड़ों की तरह अपनी समस्याओं को बताना और शांती से बैठकर दूसरे की समस्या के बारे में सोचना काम कर गया.

सेंटर के डायरेक्टर एम चंद्रशेखर रेड्डी का कह ना है कि अधिकतर केस ऐसे ही होते हैं जहां या तो जोड़ा कॉम्प्रोमाइज करने को तैयार नहीं होता या फिर वो एक दूसरे के साथ समय नहीं बिताता है.

पब्लिक स्पेस में बात करने से बातें हल होने की गुंजाइश ज्यादा होती है. BMC में हर रोज लगभग 100 ऐसे केस आते हैं. इसका सक्सेस रेट भी 65% है और ये तरीका अक्सर काम आता है. और आए भी क्यों न घर की किचकिच, ज्वाइंट फैमली की समस्याएं, जगह की कमी, प्राइवेसी की कमी के कारण अक्सर झगड़े होना आम बात है.

इसी पर एक बेहतरीन शॉर्ट फिल्म भी बनी है जिसे देखकर साफ समझ आ जाएगा कि अफेयर कैसे शादीशुदा जोड़ों की जिंदगी में रंग भर सकता है.

ये सिर्फ मीडिएशन सेंटर के द्वारा कही बात ही नहीं बल्कि कई लोगों द्वारा आजमाया हुआ तरीका भी है. किसी भी इंसान के जीवन में अगर खुद के लिए ही समय न रहे तो फिर कैसे वो इंसान किसी अन्य के साथ खुश रह सकता है? एक तरह से एक जैसी जिदंगी जीते हुए तो कोई भी बोर हो सकता है. भला रोज ऑफिस जाकर किसे अच्छा लगता है. यही वजह है कि इस बोरिंग जिंदगी में थोड़ा सा मसाला डालने के लिए डेटिंग रामबाण तरीका साबित हो सकती है.

ये भी पढ़ें-

शादी के बाद आराम औरत के नसीब में कहां !

लड़कियों, आपको कोई मोटा कहे तो ये जवाब दीजिए...

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय