New

होम -> सोशल मीडिया

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 19 मार्च, 2021 04:27 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
  • Total Shares

समाज बदल रहा है और बदल रही है बहुत सी मान्यताएं. होने को तो परिवर्तन सृष्टि का नियम है लेकिन तब यह और भी सार्थक और सुखद हो जाता है जब उद्देश्य पवित्र हो, फिर ये फर्क भी नहीं पड़ता कि ये परिवर्तन हिंदुओं में हो या मुसलमानों में, हिंदुस्तान में हो या फिर पाकिस्तान में. जी हां पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से एक बहुत उम्दा खबर आई है. पाकिस्तान में एक महिला ने ऐसा बहुत कुछ कर दिया है जिसे न केवल एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है बल्कि कहा ये भी जा रहा है कि अपने देश हिंदुस्तान में भी मुस्लिम महिलाओं को इसी नजीर का पालन करते हुए इसे अमली जामा पहनाना चाहिए. बातें आगे होती रहेंगी लेकिन इतना जान लीजिए हक़ मेहर के मद्देनजर पाकिस्तान में महिला ने जो डिमांड शादी से पहले अपने पति से की है उससे निश्चित तौर पर मुसलमानों के अच्छे दिन आ जाएंगे और उन्हें उन्नति करने से फिर कोई नहीं रोक सकता. मामले में दिलचस्प बात ये है कि जो सन्देश पाकिस्तान पहुंचा है उसकी शुरुआत भारत से ही हुई है.

Pakistan, Muslim, Woman, Marriage, Husband, Mahr, Demand, Viral Videoहक़ मेहर के मद्देनजर जो बात पाकिस्तानी महिला ने कही है उससे सभी हैरत में पड़ गए हैं

पाकिस्तान के मरदान की रहने वाली नाइला शमल ने शादी से पहले अपने पति से 'हक़ मेहर' में एक लाख रुपये की किताबों की मांग की है. नाइला की डिमांड अजीब है जिसने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में एक नए वाद को जन्म दे दिया है. मामले पर जैसी प्रतिक्रिया लोग दे रहे हैं एक कट्टरपंथी और रूढ़िवादी समाज होने के बावजूद पाकिस्तान का एक बड़ा वर्ग नाइला को सपोर्ट कर रहा है.

अपने 'हक़ मेहर' में एक लाख रुपये की किताबों की डिमांड करने के बाद नाइला सुर्खियों में है. उन्होंने ये अनूठी मांग क्यों की? इसपर जो तर्क उन्होंने दिए हैं वो अपने आप में खासे दिलचस्प हैं. बताते चलें कि नाइला पेशे से लेखक हैं. अपनी मुहीम पर बात करते हुए नाइला ने कहा है कि वह स्वयं एक लेखक हैं इसलिए उन्हें 'हक़ मेहर' में एक लाख रुपए की किताबें चाहिए.

नाइला के अनुसार वह इस कुप्रथा (हक़ मेहर) को खत्म करना चाहती हैं. उनका कहना है कि मुल्क में महंगाई बढ़ गई है. अगर मुझ जैसे लोग इस कुप्रथा को खत्म नहीं करेंगे तो यह बढ़ता ही जाएगा. नाइला ने कहा है कि मैं एक लेखिका हूं और मैं किताबों की कद्र नहीं करूंगी तो दूसरों से कुछ भी कैसे कह सकती हैं.

ध्यान रहे कि मरदान की नाइला के इस खूबसूरत सामाजिक संदेश को माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर मोना फ़ारूक़ अहमद नाम की यूजर ने शेयर किया है. ट्विटर पर आने के फौरन बाद मोना का ये वीडियो पूरे सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल गया.

बात लोगों की हो तो वो नाइला के इस वीडियो को हाथों हाथ लेते हुए तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोगों का यही मानना है कि वीडियो में अपनी बातों के जरिये नाइला ने एक लकीर खींच दी है और अब वो वक़्त आ गया है जब मुसलमानों विशेषकर मुस्लिम महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा इल्म यानी शिक्षा के करीब आना चाहिए और चाहे वो लड़का हो या लड़की उन्हें शिक्षा पर फोकस करना चाहिए.

वहीं सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की भी कोई कमी नहीं है जो नाइला का जमकर मजाक उड़ा रहे हैं. ऐसे लोगों का यही मानना है कि वीडियो में जैसी बातें नाइला ने कही हैं इन बातों का उद्देश्य मीडिया की सुर्खियों में आना और फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर टेंड की शुरुआत करना है.

बहरहाल शादी से पहले पाकिस्तानी महिला का अपने पति से किताबों की डिमांड करना वाक़ई उसकी जरूरत थी या फिर उसने मीडिया की सुर्खियों में जगह पाने के लिए तमाम बातें की इसपर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया देना अभी जल्दबाजी है लेकिन महिला के अंदाज को देखकर ये कहना कहीं से भी गलत नहीं है कि अब वो वक़्त आ गया है जब पाकिस्तान क्या हर मुस्लिम महिला को अपने पति से ऐसी ही डिमांड करनी चाहिए. ये डिमांड ही वो अस्त्र है जिससे अशिक्षा और पस्ताहाली में जीवन यापन करने वाला भारत और पाकिस्तान, दोनों ही मुल्कों का मुस्लिम समुदाय विकास के मार्ग पर कंधे से कंधा मिलाकर चल सकता है.

ये भी पढ़ें -

अवार्ड फंक्शन में फ्रेंच एक्ट्रेस Corinne Masiero का कपड़े उतरना शौक नहीं, मजबूरी है!

Zomato वाला मामला तो ममता बनर्जी पर 'हमले' जैसा हो गया!

सब्यसाची कलेक्शन की नुमाइश के बहाने मसाबा गुप्ता ने सुंदरता की बहस को नया आयाम दे दिया 

लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय