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Updated: 14 जुलाई, 2018 09:07 PM
बिजय कुमार
बिजय कुमार
  @bijaykumar80
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प्रधानमंत्री अपने दो दिन के पूर्वांचल दौरे पर हैं. पहले दिन प्रधानमंत्री ने आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया साथ ही यहां एक जनसभा को संबोधित भी किया. बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए नरेंद्र मोदी पूर्वांचल की करीब दो दर्जन लोकसभा सीटों को साधने की कोशिश कर रहे हैं. लगभग 350 किलोमीटर का पू्र्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से गाजीपुर तक जायेगा, जो आजमगढ़, फैजाबाद, बाराबंकी, मउ, अंबेडकरनगर और सुल्तानपुर होते हुए जायेगा. इसके बनने के बाद लखनऊ से गाजीपुर तक का सफर काफी आसान हो जायेगा और इससे 2 से 3 घंटे तक का समय बच जायेगा.

narendra modiआजमगढ़ जाकर प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया

मोदी का आजमगढ़ दौरा बीजेपी के लिए कई मायनों में अहम है. कैसे आइए जानते हैं....

2014 के चुनाव में जब मोदी लहर का असर पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में देखने को मिला तो वहीं आजमगढ़ के परिणाम ने बीजेपी के लिए चिंता बढ़ाई थी. कह सकते हैं कि जब पूरा पूर्वांचल मोदी के पक्ष में खड़ा हुआ तो इकलौता आजमगढ़ ही था जो 'विपक्ष' की भूमिका में रहा, जिसकी बड़ी वजह थे समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव. यही वजह है कि 2019 के चुनाव से पहले श्री मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने का फैसला किया. क्योंकि इसके जरिए वो ना सिर्फ आजमगढ़ जिले में बल्कि पूरे पूर्वांचल में अपने पथ को और मजबूत कर सकते हैं.

वैसे भी यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश का पिछड़ा इलाका माना जाता है और इस एक्सप्रेस-वे से लोगों में कुछ आस जगेगी. शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री ने गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित किया. बता दें कि यह विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के पास है. कहा जा सकता है कि ना सिर्फ 2014 बल्कि जब 2017 के विधानसभा चुनाव हुए तो उसमें भी एक बड़ी जीत के बाद बीजेपी ने सरकार बनायी थी. लेकिन इस बार भी वो आजमगढ़ में ज्यादा अच्छा नहीं कर पाई और जिले की ज्यादातर सीटों पर समाजवादी पार्टी ने ही जीत दर्ज की थी. यानी कि ये जिला अब भी मुलायम सिंह यादव का मजबूत गढ़ बना हुआ है. लेकिन जबसे मुलायम सिंह यादव ने आजमगढ़ से चुनाव ना लड़ने की घोषणा की है तबसे बीजेपी के लिए यहां से एक उम्मीद दिख रही है कि पार्टी वहां अच्छा कर सकती है इसकी एक वजह ये भी है कि मुलायम सिंह की गैरहाज़िरी में यादव-मुस्लिम वर्चस्व वाली इस सीट के सबसे बड़े दावेदार रमाकांत यादव माने जा रहे हैं जो बीजेपी के नेता हैं.

narendra modiफ्लाईओवर हादसे के बाद पहली बार श्री मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे

इस दौरे की एक और खास बात ये है कि फ्लाईओवर हादसे के बाद पहली बार श्री मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी पहुंचे. कह सकते हैं कि 2019 में अपने घर को मजबूत करने में प्रधानमंत्री कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. वैसे जनता में फ्लाईओवर हादसे को लेकर काफी रोश था जो मोदी के जाने से शायद कम हुआ होगा.

वाराणसी के बाद रविवार को मोदी मिर्जापुर जायेंगे जहां ऐसा माना जा रहा है कि वो देवी विंध्यवासिनी के दर पर माथा टेक सकते हैं. प्रधानमंत्री यहां बाणसागर परियोजना का लोकार्पण करेंगे और इसके बाद वो जनता से मुखातिब होंगे. इसके दौरान उनके साथ स्थानीय सांसद और एनडीए सहयोगी अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी होंगी जो बीजेपी के जातीय गठजोड़ की बड़ी मिसाल हैं.

कह सकते हैं कि नरेंद्र मोदी 2019 के चुनाव में जुट गए हैं और इसकी शुरुआत उन्होंने अपने गृह क्षेत्र से ही की हैं. उनका लक्ष्य है उत्तर प्रदेश में पिछले चुनाव परिणामों से बेहतर करना. बता दें कि पार्टी को 2014 के लोकसभा चुनाव में 42.6% वोट मिले थे जबकि 2017 विधानसभा चुनाव में ये घटकर 39.67% हो गया था.

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लेखक

बिजय कुमार बिजय कुमार @bijaykumar80

लेखक आजतक में प्रोड्यूसर हैं.

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