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Updated: 07 अगस्त, 2019 10:34 PM
अनुज मौर्या
अनुज मौर्या
  @anujkumarmaurya87
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पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मौत के बाद न सिर्फ पूरे भारत के लोग शोकाकुल हैं, बल्कि दुनियाभर से लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. यहां तक कि पाकिस्तान से भी लोग उनकी मौत पर दुख जता रहे हैं, लेकिन सारे नहीं. बहुत सारे पाकिस्तानी लोगों को सुषमा स्वराज की मौत का दुख नहीं है, बल्कि यूं लग रहा है मानो खुशी हुई हो. पाकिस्तान से सुषमा स्वराज के लिए जैसे-जैसे रिएक्शन आ रहे हैं, यहां पर उनका जिक्र भी करना सही नहीं लगा रहा. खैर, पाकिस्तान की नीयत के बारे में तो हर कोई पहले से ही जानता है, लेकिन इस दौरान जो परिस्थितियां बन गई हैं, उनके चलते पाकिस्तान खूब जहर उगल रहा है.

हाल ही में कश्मीर से धारा 370 के 3 में से 2 खंड़ों को हटा दिया गया है, जिसके बाद पाकिस्तान बुरी तरह से बौखलाया हुआ है. दरअसल, धारा 370 के इन दो खंड़ों की वजह से जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों और आतंकियों को ताकत मिलती थी, जिनका फायदा उठाकर पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में भारत के खिलाफ माहौल पैदा करता था. इसी बीच सुषमा स्वराज की मौत हो गई है तो बहुत से पाकिस्तानी लोग कश्मीर का गुस्सा भी उनकी मौत पर ही निकाल रहे हैं. जो लोग मोदी सरकार, अमित शाह, नरेंद्र मोदी या फिर भाजपा से गुस्सा हैं, वह भी अपना गुस्सा सुषमा स्वराज के खिलाफ ही निकाल रहे हैं और बुरा भला कह रहे हैं.

सुषमा स्वराज, पाकिस्तान, सोशल मीडियापाकिस्तान के लोग लगातार सुषमा स्वराज के खिलाफ अपना गुस्सा निकाल रहे हैं और  बुरा-भला कह रहे हैं.

एहसान फरामोश पाकिस्तान

भारत और पाकिस्तान के बीच बेहद तनाव की स्थिति में भी सुषमा स्वराज ने ही पाकिस्तानी परिवार को मेडिकल वीजा दिया, ताकि वह भारत आकर अपने बच्चे का इलाज करवा सकें. यहां तक कि सुषमा स्वराज उस परिवार से मिलने अस्पताल भी गईं, बच्चे को अपनी गोद में लेकर खिलाया भी, लेकिन नफरत और गुस्से में आग बबूला पाकिस्तान के बहुत से लोगों को उनकी ये महानता नहीं दिख रही. उन्हें दिख रहा है तो बस ये सुषमा स्वराज की पार्टी ने ही धारा 370 के दो खंडों को हटाने का काम किया है.

श्रद्धांजलि देने वाले पाकिस्तानी भी सुन रहे गाली

ऐसा नहीं है कि गुस्से से लाल ये लोग सिर्फ सुषमा स्वराज को बुरा-भला कह रहे हैं. ये लोग उनके खिलाफ भी जहर उगल रहे हैं, जो सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. पाकिस्तान की एक पत्रकार मारवी सिरमेद ने सुषमा स्वराज की मौत पर लिखा- 'सुषमा स्वराज के राज मेरे काफी अच्छे संबंध थे. जब वह लाहौर आती थीं, तो मैं उन्हें दीदी कहती थी. वह परिवार के बाहर की पहली महिला थीं, जिन्होंने मेरी नवजात बेटी को अपनी गोद में लिया था. उन्होंने उसे प्यार किया और कहा "मेरा प्यारा खरगोश". आपकी आपकी आत्मा को शांति मिले.'

मारवी के इस ट्वीट पर बहुत से पाकिस्तानी लोग ये तक कह रहे हैं कि उनके संबंध तो पूरे भारत से हैं. खैर, मारवी ने उन्हें तगड़ा जवाब देते हुए ये जरूर कह दिया कि पूरे भारत से तो नहीं, लेकिन पर्याप्त भारतीयों से उनके संबंध हैं. एक ने तो ये भी कह दिया कि दोनों में ये संबंध है कि वो भी अपने देश के लिए ईमानदार हैं और आप भी उन्हीं के देश के लिए ईमानदार हैं. कमेंट तो और भी हैं, लेकिन शालीनता से उनका दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है, इसलिए ऐसे कमेंट लिखने का कोई औचित्य भी नहीं.

मारवी जैसा ही हाल हुआ चौधरी फवाद हुसैन का भी. उन्होंने भी जैसे ही सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने वाला ट्वीट किया, वैसे ही आग बबूला पाकिस्तानी लोग उनके सीने पर चढ़ बैठे. सुषमा स्वराज को तो उन्होंने बुरा-भला कहा ही, चौधरी फवाद हुसैन तक को नहीं छोड़ा. आपको बता दें कि फवाद ने लिखा था- 'सुषमा स्वराज के परिवार को मेरी संवेदनाएं. मैं उनके साथ ट्विटर पर हुई लड़ाइयां मिस करूंगा. वह एक दिग्गज नेता थीं. उनकी आत्मा को शांति मिले.'

इमरान की चुप्पी गलत संदेश दे रही है

पाकिस्तान की ओर से एक ओर अधिकतर लोग सुषमा स्वराज को बुरा-भला बोल रहे हैं, तो दूसरी ओर इमरान खान चुप बैठे हैं. यहां बात ये नहीं हो रही है कि इमरान खान को पाकिस्तानी लोगों को चुप कराना चाहिए. दरअसल, इतने बड़े मामले पर इमरान खान ने एक ट्वीट तक नहीं किया. यूं लग रहा है कि बाकी पाकिस्तानियों की तरह इमरान खान भी कश्मीर में धारा 370 के दो खंड़ों को हटाने से भारत से खफा हैं. खैर, जो भी हो, किसी की मौत पर सारे गिले-शिकवे भूल कर श्रद्धांजलि तो दे ही देनी चाहिए, लेकिन इमरान खान से इतना ही करने नहीं बन रहा है.

बेशक सुषमा स्वराज वह नेता थीं, जो आए दिन पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल देती थीं. हर मौके पर पाकिस्तान को आइना दिखा देती थीं. यूनाइटेड नेशन्स में भी सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को खूब लताड़ लगाई थी. दो देशों के बीच राजनीतिक दुश्मनी अलग है और मानवीयता एक अलग चीज है. किसी के मरने पर तो कम से पाकिस्तानी लोगों को गाली-गलौच नहीं करना चाहिए. खासकर उस शख्स के लिए तो बिल्कुल नहीं, जो मेडिकल वीजा दिलाने में पाकिस्तान की भी मदद करता है. इतना सब करने के बावजूद जो लोग सुषमा स्वराज को गालियां दे रहे हैं या उन्हें बुरा भला कह रहे हैं, उनमें मानवीयता तो बिल्कुल नहीं होगी.

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