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Updated: 12 जुलाई, 2016 01:53 PM
कुमार अभिषेक
कुमार अभिषेक
  @kr.abhishek.52
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कानपूर में आरएसएस के प्रांत प्रचारकों की वार्षिक बैठक रविवार को शुरू हुई. वैसे तो इस बैठक में आरएसएस को अगले साल कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कारगर रणनीति तैयार करनी है. लेकिन इससे पहले कि आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी अपने काम को आगे बढ़ाते उनके सामने बड़ी चुनौती कानपुर के ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल ने पेश कर दी है.

उलेमा काउंसिल का एक प्रतिनिधिमंडल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मिलने पहुंचा गया. अचानक आए इस प्रतिनिधिमंडल के लिए शायद आरएसएस तैयार नहीं था और मुलाकात के लिए वक्त दिए जाने पर फैसला करने का हवाला देकर प्रतिनिधिमंडल को इंतजार करने के लिए कह दिया गया. लेकिन आरएसएस की बैठक स्थल से जाने से पहले उलेमा काउंसिल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के लिए 6 सवालों की एक फेहरिस्त छोड़ दी. उलेमा काउंसिल मोहन भागवत से इन 6 सवालों का जवाब मांग रही है.

उलेमा काउंसिल ने आरएसएस से किए ये 6 सवाल

1. आप मुसलमानो से कैसा राष्ट्र प्रेम चाहते है?

2. धर्म परिवर्तन पर आरएसएस का क्या विचार है?

3. आरएसएस इस्लाम के बारे में क्या जानता और समझता है?

4. क्या आरएसएस देश को एक हिन्दू राष्ट्र बनना चाहता है?

5. इस्लाम से संघ क्या उम्मीद रखता है?

6. आरएसएस भारत को एक हिन्दू राष्ट्र मानता है तो क्या वह हिन्दू धर्मग्रन्थों के अनुसार देश भी चलाना चाहता हैं?

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 मुस्लिम उलेमाओं ने मोहन भागवत से पूछे सवाल

आरएसएस की यह बैठक 10 जुलाई से 17 जुलाई तक कानपूर के महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कालेज में हो रही है जिसमे आरएसएस के चारों सह सर कार्यवाह के साथ सभी 41 प्रान्त प्रचारक भाग ले रहे है.

उलेमा काउंसिल का कहना है की वह मोहन भागवत से मिलकर देश की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करना चाहती है. काउन्सिल के सदस्यों को बैठक स्थल के अंदर तो नहीं जाने दिया गया लेकिन उनका पत्र लेकर आरएसएस प्रमुख तक पंहुचा दिया गया है. ये आल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल सुन्नी उलेमाओं की वही संस्था है जिसने दो साल पहले कानपूर में बैठक करने आये आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश से मुसलमानों की आरएसएस से दूरी के मुद्दे पर दस सवाल पूछकर सुर्खियां बटोरी थी.

अब आरएसएस से पूछे गए इन 6 नए सवालों का क्या जवाब दिया जाता है और क्या आरएसएस प्रमुख सुन्नी उलेमा काउंसिल के प्रतिनिधियों को मुलाकात का समय देते हैं यह तो आने वाले दिनों में साफ होगा. लेकिन इतना जरूर है कि एक बार फिर संघ से पूछे गए इन सवालों का जवाब न सिर्फ देश का अल्पसंख्यक मुसलमान जानना चाहता है बल्कि देश के बहुसंख्यक हिंदुओं को मोहन भागवत से उम्मीद है कि वह इन सवालों का जवाब देंगे.

लेखक

कुमार अभिषेक कुमार अभिषेक @kr.abhishek.52

लेखक लखनऊ में टीवी टुडे के विशेष संवाददाता हैं.

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