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Updated: 22 मई, 2019 01:14 PM
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Lok Sabha Election 2019 Exit Poll: लोकसभा चुनाव के छठे दौर का मतदान 12 मई को हुआ. छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटों पर वोटिंग हुई, जिनमें दिल्ली की सभी सात सीटें भी शामिल थीं. 2014 में इन 59 सीटों में 44 पर बीजेपी, 8 पर तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस को 2 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि 5 सीटें अन्य के खाते में गई थीं. छठे दौर में जो नेता जनता की अदालत के कठघरें में खड़े हैं, वो हैं - दिग्विजय सिंह, साध्वी प्रज्ञा, अखिलेश यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राधा मोहन सिंह और गौतम गंभीर. एग्जिट पोल आने के बाद लोग ये जानना चाहते हैं कि इन नेताओं की किस्मत का क्या फैसला हुआ है.

2014 में कैसा रहा था चुनावी गणित?

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में कुल 59 सीटों पर वोटिंग हुई थी. 2014 में इन सीटों में से 44 सीटें भाजपा के खाते में गई थी, जबकि कांग्रेस को महज 2 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा था. इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस ने 8, आईएनएलडी ने 2, एडी ने 1, एलजेपी ने 1 और समाजवादी पार्टी ने एक सीट जीती थी.

क्या रहा खास?

इस चरण के चुनाव से पहले साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की भाजपा के टिकट पर उम्मीदवारी को लेकर कई सवाल उठे थे. आपको बता दें कि साध्वी मालेगांव बम धमाकों में आरोपी हैं और स्वास्थ्य कारणों से जमानत पर जेल से बाहर हैं. चुनाव में ये कहते हुए भी विपक्ष निशाना साध रहा था कि वह स्वास्थ्य का बहाना लेकर बाहर आई हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने मुंबई हमलों के शहीद हेमंत करकरे पर भी विवादित बयान दिया था, जिसे लेकर उनकी खूब आलोचना हुई.

छठे चरण के चुनाव में पूर्वी दिल्ली से आप की उम्मीदवार आतिशी मार्लेना और भाजपा उम्मीदवार गौतम गंभीर के बीच काफी नोक-झोंक हुई. आतिशी मार्लेना का आरोप है कि बीजेपी उम्मीदवार गौतम गंभीर ने उनके खिलाफ आपत्तिजनक पर्चे बंटवाये. गौतम गंभीर ने चुनौती दी है कि अगर आप नेता ने आरोप साबित कर दिये तो चुनाव से हट जाएंगे. बाद में तो गौतम गंभीर ने यहां तक कह दिया कि अगर आरोप सही पाये गये तो सरेआम फांसी लगा लेंगे.

एग्जिट पोल, लोकसभा चुनाव 2019, भाजपा, कांग्रेसछठे चरण के चुनाव में आजमगढ़ में भी मतदान हुआ, जहां अखिलेश यादव और निरहुआ आमने-सामने हैं.

 

10 सीटें जिनके exit poll result का सबसे ज्‍यादा इंतजार था-

1. भोपाल (Bhopal Exit Poll Results) - मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Exit Poll Results 2019) की भोपाल सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प दिख रहा था क्योंकि भोपाल के चुनावी मैदान में मुकाबला कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह और मालेगांव धमाकों की आरोपी बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बीच रहा. चुनाव प्रचार के दौरान 26/11 के मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे पर साध्वी प्रज्ञा का बयान और दिग्विजय सिंह के काफिले में साधु-संत और भगवा गमछा लिये पुलिसवाले खासे चर्चित रहे. अब जब एग्जिट पोल के नतीजे आ चुके हैं तो साफ हो गया है कि जनता साध्वी प्रज्ञा को धमाकों की आरोपी नहीं मानती है. इस बार भोपाल सीट से भाजपा के टिकट पर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जीत रही हैं.

2. गुना (Guna Exit Poll Results) - गुना संसदीय सीट को सिंधिया परिवार का गढ़ माना जाता है. 2002 से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर मैदान में हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ बीजेपी ने डॉ. केपी यादव को टिकट दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सिंधिया को अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ मिल कर यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी सौंपी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव तो मध्य प्रदेश से लड़ रहे हैं, लेकिन उनकी ज्यादा सक्रियता और जिम्मेदारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की है. यही वजह है कि जो सीट हमेशा से सिंधिया परिवार की रही है, अब एग्जिट पोल के अनुसार उस पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर हो रही है और पलड़ा भाजपा की ओर झुका लग रहा है.

3. आजमगढ़ (Azamgarh Exit Poll Results) - मुलायम सिंह यादव की संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं. मुलायम सिंह इस बार मैनपुरी शिफ्ट हो गए हैं. अखिलेश यादव के खिलाफ बीजेपी ने भोजपुरी स्टार दिनेशलाल यादव निरहुआ को टिकट दिया है. निरहुआ के प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Exit Poll Results 2019) के आजमगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की. हालांकि, इतना सब होने के बावजूद एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार जनता ने भाजपा के निरहुआ को सिरे से नकार दिया है और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को ही अपना नेता माना है.

4. सुल्तानपुर (Sultanpur Exit Poll Results) - यूपी के सुल्तानपुर से इस बार बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को टिकट दिया है. 2014 में सुल्तानपुर से मेनका के बेटे वरुण गांधी चुनाव जीते थे, लेकिन इस बार बीजेपी आलाकमान ने उन्हें उनकी मां के चुनाव क्षेत्र पीलीभीत भेज दिया है. चर्चा रही कि अदला बदली का ये सुझाव मेनका गांधी का ही रहा, क्योंकि वरुण गांधी से ज्यादातर विधायक नाराज बताए जा रहे थे. मेनका गांधी ने लोगों की नाराजगी तो दूर करनी चाही, लेकिन अपने बयानों से मुस्लिम वोटर्स को नाराज कर दिया. वहीं वरुण गांधी से नाराज बहुत से लोगों ने भी मेनका गांधी का साथ नहीं दिया. नतीजा ये हुआ कि इस सीट पर भाजपा की मेनका गांधी और बसपा के चंद्रभद्र सिंह 'सोनू' बीच कड़ी टक्कर है. यहां भले ही भाजपा और बसपा के बीच कड़ी टक्कर है, लेकिन पलड़ा भाजपा का ही भारी है.

5. पूर्वी दिल्ली (East Delhi Exit Poll Results)- राजधानी दिल्ली (Delhi Exit Poll Results 2019) की पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट हाल-फिलहाल काफी चर्चा में रही है. आप उम्मीदवार आतिशी मार्लेना और क्रिकेटर रहे गौतम गंभीर के बीच भयंकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला है. यहां तक कि दोनों एक दूसरे को कानूनी नोटिस भेज कर माफी मांगने की मांग कर रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस की ओर से अरविंदर सिंह लवली चुनावी मैदान में हैं. भले ही गौतम गंभीर के पास राजनीति का कोई अनुभव ना हो, भले ही उन पर आतिशी मार्लेना कई आरोप लगाए हों, लेकिन मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने के चलते पूर्वी दिल्ली से भाजपा के टिकट पर गंभीर ही जीतते दिख रहे हैं.

6. उत्तर पूर्वी दिल्ली (North East Delhi Exit Poll Results)- राजधानी की उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों के प्रदेश प्रमुख आमने सामने हैं. बीजेपी ने दिल्ली प्रदेश प्रमुख मनोज तिवारी को फिर से उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस ने 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को प्रत्याशी बनाया है. आम चुनाव से पहले कांग्रेस ने अजय माकन का इस्तीफा मंजूर करते हुए कमान शीला दीक्षित को सौंप दी थी. यूं तो यहां से आप के दिलीप पांडे भी खड़े हैं, लेकिन मुकाबला भाजपा-कांग्रेस में ही है. एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार भी इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है. हालांकि, पलड़ा भाजपा का ही भारी है.

7. उत्तर पश्चिम दिल्ली (North West Delhi Exit Poll Results)- आम आदमी पार्टी ने इस सीट से गुग्गन सिंह को काफी पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिया और तभी से उन्होंने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था. बीजेपी ने गुग्गन सिंह के खिलाफ पंजाबी सिंगर हंसराज हंस को उम्मीदवार बनाया है. आप का आरोप था कि हंसराज हंस ने इस्लाम कबूल कर लिया है, इसलिए वो सुरक्षित सीट से चुनाव नहीं लड़ सकते. हालांकि, बाद में 'आप' शांत हो गई. कांग्रेस ने यहां से राजेश लिलोथिया को उम्मीदवार बनाया है. ये कहा जा रहा था कि हंसराज हंस को चुनावी मैदान में उतारने में भाजपा ने देरी की है, लेकिन बावजूद इसके एग्जिट पोल के मुताबिक इस सीट पर भाजपा ही जीत रही है.

8. पूर्वी चंपारण (Purvi Champaran Exit Poll Results) - भाजपा नेता और केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह एक बार फिर बिहार (Bihar Exit Poll Results 2019) के पूर्वी चंपारण से चुनावी मैदान में हैं. राधामोहन सिंह के खिलाफ महागठबंधन की ओर से आकाश सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. आकाश सिंह को उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RSLP ने टिकट दिया है. पांच बार के सांसद राधामोहन सिंह अपना आखिरी चुनाव बताकर वोट मांग रहे हैं. जनता ने भी उनकी बातों को गंभीरता से लिया है और उन्हें जिताने का पूरा मन बना लिया है. एग्जिट पोल के नतीजों ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है कि यहां से भाजपा ही जीतेगी.

9. धनबाद (Dhanbad Exit Poll Results) - बीजेपी के बागी नेताओं में शुमार रहे कीर्ति आजाद ने कांग्रेस का हाथ तो थाम लिया, लेकिन दरभंगा से टिकट नहीं मिल पाया. आरजेडी ने दरभंगा सीट अपने पास ही रखी और अब्दुल बारी सिद्दीकी को टिकट दे दिया. कांग्रेस ने मजबूर होकर कीर्ति आजाद को झारखंड (Jharkhand Exit Poll Results 2019) भेज दिया और वो धनबाद सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. कीर्ति आजाद के पिता कांग्रेस नेता भगवत झा आजाद बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. आखिरकार जिसका डर था वही होता दिख रहा है. इस सीट पर तीसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मौजूदा सांसद पीएन सिंह जीत रहे हैं, जबकि कांग्रेस में शामिल हुए कीर्ति आजाद हार रहे हैं.

10. घाटल (Ghatal Exit Poll Results) - पश्चिम बंगाल (West Bengal Exit Poll Results 2019) की घाटल सीट बीजेपी उम्मीदवार भारती घोष के कारण काफी चर्चा में रही है. भारती घोष के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने बांग्ला फिल्मों के सुपर स्टार दीपक अधिकारी उर्फ देव को ही दोबारा टिकट दिया है. देव ने 2014 में सीपीआई उम्मीदवार संतोष राणा को करीब ढाई लाख वोटों से शिकस्त दी थी. सीपीआई ने इस बार तपन कुमार गांगुली को टिकट दिया है. एग्जिट पोल के अनुसार इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस ही जीत रही है.

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