कमलनाथ की कांग्रेस सरकार को 'फेल' घोषित कर रही हैं मायावती
मायावती मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार का जिस तरह रिपोर्ट कार्ड जारी कर रही हैं, मान लीजिए कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष को मोदी से चुनाव लड़ने से पहले आपस में बहुत सारा हिसाब बराबर करना होगा.
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मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को अभी दो महीने भी पूरे नहीं हुए हैं कि उनका रिपोर्ट कार्ड आना शुरू हो गया है. और जब रिपोर्ट कार्ड बीजेपी की बजाए बीएसपी सुप्रीमो मायावती दे रही हों तो बात चिंता की हो सकती है. मायावती ने मध्यप्रदेश चुनाव में अल्पमत में रहने वाली कांग्रेस को अपने दो विधायकों का समर्थन देकर सरकार बनाने में मदद की थी.
लोकसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर मायावती ने मध्यप्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों के साथ लखनऊ में एक बैठक की. बैठक में उनके तेवर जरा तीखे दिखाई दिए. विधान सभा चुनाव में अपेक्षित प्रदर्शन न करने पर एक तरफ पार्टी पदाधिकारियों की फटकार लगी तो दूसरी तरफ मध्यप्रदेश की नई सरकार के खिलाफ मायावती नाराज दिखाई दीं.
मायावती ने कहा कि 'भाजपा की सरकार के जाने के बाद मध्यप्रदेश की जनता को राहत तो है लेकिन कांग्रेस की नई बनी सरकार के शुरुआती काम भी जनता को संतुष्ट करने वाले और जनहितैषी नहीं लग रहे हैं. सरकार के जुल्म और ज्यादती अब भी बरकरार है.'
Bahujan Samaj Party (BSP) Chief Mayawati: People of Madhya Pradesh were feeling relieved that the the BJP government is gone. However the initial functioning of the new government isn't satisfying people either. Govt oppression is still continuing. (file pic) pic.twitter.com/cI5eb8YzFb
— ANI (@ANI) February 3, 2019
कमलनाथ सरकार पर सीधे तौर पर उंगली उठाने वाली मायावती की ये बातें सीधे तौर पर धमकी समझी जा सकती हैं. क्योंकि मध्यप्रदेश में बसपा कांग्रेस की सरकार को समर्थन दे रही है. मायावती ने कांग्रेस को मध्य प्रदेश और राजस्थान में बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मध्यप्रदेश में 114 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. और बीजेपी के हिस्से 109 सीटें आई थीं. तब कांग्रेस को बसपा के 2, सपा के 1 और 4 निर्दलीय विधायकों ने सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया था. बावजूद इसके, कांग्रेस सरकार में सपा या बसपा के किसी भी विधायक को कोई मंत्री पद नहीं मिला. जाहिर है कांग्रेस की सरकार के खिलाफ खरी-खरी सुनाने के लिए ये वजह काफी है.
कमलनाथ सरकार जनता के साथ जुल्म और ज्यादती कर रही है : मायावती
इससे पहले भी पथरिया सीट से बीएसपी विधायक रमाबाई अहिरवार ने कांग्रेस को चेतावनी दी थी कि अगर उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया तो मध्य प्रदेश में भी कर्नाटक जैसा सियासी संकट खड़ा हो सकता है.
BSP MLA Ramabai Ahirwar in Damoh,Madhya Pradesh:Congress govt in MP has been formed with support of Behen Ji (BSP Chief Mayawati).We demand ministerial berth for 2 BSP MLAs in Kamal Nath govt. We've seen the situation in Karnataka, we don’t want a similar situation here. (22.01) pic.twitter.com/bBCjBAql3b
— ANI (@ANI) January 23, 2019
समर्थन की कीमत समझकर अगर कांग्रेस सरकार बसपा के विधायक को मंत्री पद दे देती तो शायद मायावती की बोली आज नर्म होती. मायावती के इस बयान को आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पर दबाव बनाने के प्रयास से जोड़कर भी देखा जा रहा है. वजह जो भी हो लेकिन मायावती ने आज कमलनाथ सरकार को 'फेल' घोषित कर दिया है.
लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने वाली मायावती कांग्रेस पर लगातार हमलावर रही हैं. उन्होंने अखिलेश यादव के साथ अपनी प्रेस कान्फ्रेंस में कांग्रेस को जमकर कोसा था. इतना ही नहीं, अमेठी और रायबरेली की सीट को उन्होंने कांग्रेस के खाते में खैरात की तरह छोड़ा था. कुछ दिन पहले जब राहुल गांधी ने 'मिनिमम इनकम गारंटी' के बारे में बात कही थी, तो मायावती ने इसे इंदिरा गांधी के 'गरीबी हटाओ' नारे की तरह खोखला बताया था. अब वही मायावती मध्यप्रदेश की नई सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी कर रही हैं. मान लीजिए, कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष को मोदी से चुनाव लड़ने से पहले आपस में बहुत सारा हिसाब बराबर करना होगा.
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