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Updated: 10 अक्टूबर, 2022 03:35 PM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के दौरे से पहले मंत्री राजेंद्र पाल गौतम का धर्मांतरण कराने का विवाद गुजरात पहुंच गया है. 'मैं हिंदू धर्म को पागलपन मानता हूं.' 'मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम, कृष्ण को भगवान नहीं मानता हूं.' इसी तरह की शपथ वाले सैकड़ों पोस्टर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की तस्वीरों के साथ गुजरात के कई हिस्सों में लग गए हैं. इतना ही नहीं, इन तस्वीरों में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को इस्लामिक वेशभूषा में दिखाया गया है. हालांकि, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रैली स्थल के आस-पास लगे पोस्टरों को हटाने की कोशिश की है. लेकिन, इन पोस्टरों को जितनी सुर्खियों बटोरनी थीं. वो उसे मिल चुकी हैं. और, चुनावी राज्य गुजरात में न चाहते हुए भी अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी बैकफुट पर नजर आने लगे हैं. आसान शब्दों में कहें, तो अरविंद केजरीवाल को गुजरात में 'एंटी हिंदू' का भूत सताने लगा है.

दरअसल, केजरीवाल के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने दिल्ली में एक धर्मांतरण कार्यक्रम का आयोजन किया था. जिसमें हिंदू धर्म के देवी-देवताओं और परंपराओं पर कई विवादित बातें कही गई थीं. इन्हीं बातों को अब गुजरात में पोस्टर की शक्ल दे दी गई है. जिसके चलते आम आदमी पार्टी समेत अरविंद केजरीवाल के सामने 'सांप-छछूंदर' जैसी स्थिति पैदा हो गई है. बता दें कि दिल्ली में हुए इस धर्मांतरण कार्यक्रम पर भाजपा ने खूब हो-हल्ला मचाया था. और, राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफा तक मांग लिया था. इसके बावजूद इस मामले पर आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने चुप्पी साधे रखी थी. वैसे, गुजरात में अधिकांश पोस्टर हिंदू हितरक्षक समिति कर्णावती के नाम पर लगाए गए हैं. वहीं, बहुत से पोस्टरों में कोई नाम नहीं लिखा है.

Arvind Kejriwal postered as Anti Hindu in Gujarat after Rajendra Pal Gautam insult Hindu Religion AAP on back footअरविंद केजरीवाल का हालिया गुजरात दौरा आम आदमी पार्टी के लिए विवादों से भरा रहने वाला है.

धर्मांतरण विवाद के बाद क्या डैमेज कंट्रोल कर पाएगी AAP?

दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के बयान को लेकर भाजपा केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी को 'हिंदू विरोधी' साबित करने में जुट गई है. और, गुजरात में लगे पोस्टर भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं. वहीं, इस मामले पर विवाद बढ़ता देख राजेंद्र पाल गौतम ने अपने बयान पर माफी मांगी है. राजेंद्र पाल ने कहा कि 'भाजपा अफवाह फैला रही है. मैं बहुत धार्मिक व्यक्ति हूं. मैं सोच भी नहीं सकता कि देवी-देवताओं का अपमान करूं. मैं इससे बहुत आहत हूं और उन सभी लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं जिनको भाजपा के इस दुष्प्रचार के कारण किसी भी प्रकार से पीड़ा पहुंची है.'

वैसे, राजेंद्र पाल ने भले ही माफी मांग ली हो. लेकिन, उनकी ये माफी गुजरात में आम आदमी पार्टी के शायद ही किसी काम आएगी. क्योंकि, तीन दशकों से भाजपा यूं ही गुजरात की सत्ता पर काबिज नहीं रही है. गुजरात में हिंदुओं का वोटबैंक सीधे भाजपा के खाते में ही जाता रहा है. तो, आम आदमी पार्टी को गुजरात चुनाव में हिंदुओं का धर्मांतरण कराने वाले राजनीतिक दल का लेबल लगाकर पेश किया जाएगा. और, इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि अरविंद केजरीवाल के पास भाजपा के इस दांव का कोई तोड़ नहीं होगा. क्योंकि, उनकी पार्टी पर इससे पहले भी कई बार धार्मिक आधार पर भेदभाव के आरोप लगते रहे हैं.

संभव है कि अरविंद केजरीवाल डैमेज कंट्रोल करने के लिए मंत्री राजेंद्र पाल पर कार्रवाई करें. क्योंकि, भाजपा के हमलावर होने के बावजूद अभी तक आम आदमी पार्टी की ओर से गौतम के बचाव में कोई बयान नहीं दिया गया है. एक तरह से राजेंद्र प्रसाद गौतम को आम आदमी पार्टी का पार्षद ताहिर हुसैन बना दिया गया है. लेकिन, इससे भी आम आदमी पार्टी को कोई फायदा मिलता नहीं दिख रहा है. दरअसल, हिंदुओं के धर्मांतरण में लिप्त होने का आरोप गुजरात के लिहाज से कमजोर नहीं है. और, हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का भुगतान आम आदमी पार्टी को करना ही पड़ेगा.

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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