New

होम -> सिनेमा

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 10 सितम्बर, 2021 08:22 PM
अनुज शुक्ला
अनुज शुक्ला
  @anuj4media
  • Total Shares

इसमें कोई शक नहीं कि कंगना रनौत बॉलीवुड की सशक्त अभिनेत्री हैं. अब तक के करियर में उन्होंने कई मौकों पर इसे साबित किया है. राजनीतिक झुकाव और बोल्ड विचारों की वजह से कंगना बड़े समूह की आलोचना का सामना करती हैं. लेकिन सिर्फ इस आधार पर उनकी प्रतिभा और उपलब्धियों को खारिज नहीं किया जा सकता. पिछले कुछ सालों में उन्होंने जो हासिल किया है, एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाली किसी भी लड़की के लिए सामान्य बात कतई नहीं है. थलाइवी तक कंगना का जो फ़िल्मी आशियाना दिखता है असल में उसे बड़ी मेहनत और तिनका-तिनका जोड़कर तैयार किया गया है.

कंगना बेबाकी के लिए मशहूर हैं. जो मन में आता है- बेल्लौस बोलती हैं. बोलती क्या है- सामने वाले की हद तक छीछालेदर कर देती हैं. ये उनके व्यक्तित्व का एक ऐसा पहलू है जिसकी वजह से कई मर्तबा बड़े विवाद खड़े हुए. आमतौर पर बॉलीवुड का 'संभ्रांत' तबका चुप रहना पसंद करता है. वहां बोलने वाले कुछ ही लोग हैं और उनके बोलने का दायरा भी अलग-अलग है. एक दायरे को 'लिबरल' कहा जा सकता है. कंगना जिस दायरे में बोलती हैं- वो लिबरल्स के ठीक विपरीत खड़ा है. इन पंक्तियों का लेखक फिलहाल बॉलीवुड की अलग-अलग धाराओं को सही या गलत स्थापित करने की कोशिश में नहीं है.

कंगना ख़ूबसूरत हैं होनहार हैं. यह भी कि वे जो कुछ भी हैं अपनी वजह से हैं. बॉलीवुड में उनका होना एक मायने में बहुत ख़ास है जिसे प्रोत्साहित करना चाहिए और उसकी तारीफ़ भी. कंगना ही बॉलीवुड की असल फीमेल सुपरस्टार दिखती हैं. उनकी फिल्मों का विषय, उनका परफॉर्मेंस या फिर बॉक्स ऑफिस पर उनकी फिल्मों का कारोबार इस बात को पुख्ता करता है. बॉलीवुड की शोकॉल्ड और दिग्गज अभिनेत्रियां भी कई मायनों में उनके समकक्ष नहीं दिखती हैं. फ़िल्में हिट कराने के लिए कंगना को किसी मेल सुपरस्टार की जरूरत नहीं पड़ती. कहते तो यह भी हैं कि पिछले कुछ सालों में उनकी फिल्मों की मेल कास्ट भी कंगना की शर्तों पर ही काम करता है.

kangana-thalaivi_650_090921090523.jpg

कंगना ने अक्षय कुमार (एयर लिस्ट रुस्तम), सलमान खान (सुल्तान बजरंगी भाईजान), और रणबीर कपूर (संजू) जैसे सुपर सितारों की कई फ़िल्में छोड़ दीं. सिर्फ इसलिए कि सुपर सितारों की फिल्मों में कंगना ने अपने लिए मुनासिब जगह नहीं पाई. साफ़ है कंगना किसी फिल्म में सिर्फ सूरत दिखाने के लिए नहीं होना चाहतीं. बल्कि किसी प्रोजेक्ट में मौजूदगी के बदले सम्मानजनक स्पेस चाहती हैं. भले ही पंगा, जजमेंटल है क्या जैसी फ़िल्में औसत या फ्लॉप हो जाएं. कंगना का करियर 15 साल पुराना है. इन सालों में उन्होंने धीरे-धीरे अपना सफ़र आगे बढ़ाया है. शुरुआत में उन्होंने नुमाइश वाले रोल किए. लेकिन कंगना के साथ अच्छा ये रहा कि उन्होंने खुद को किसी खांचे में नहीं बांधा और हर तरह की भूमिकाओं के लिए तैयार रखा.

क्राइम थ्रिलर गैंगस्टर (2006) पहली फिल्म थी जिसने कंगना की तरफ लोगों का ध्यान खींचा. लेकिन मधुर भंडारकर की फैशन वो फिल्म है जिसने उन्हें व्यापक रूप से मशहूर किया. बॉलीवुड के लिए बेहद युवा कंगना फैशन जैसी ऑफ़ बीट फिल्म तब कर रही थीं जब स्थापित दिग्गज अभिनेत्रियां "एक्टिंग सर्टिफिकेट" के लिए ऐसी फिल्मों में रुचि दिखाती थीं. तमाम दिग्गज कलाकरों की मौजूदगी के बावजूद कंगना ने एक मॉडल के रूप जिस तरह का अभिनय किया वो लाजवाब था. फैशन में रैम्प वॉक करती आक्रामक कंगना को देखने में दर्शकों ने एक अजब तहर का थ्रिल अनुभव किया. कंगना मल्टी स्टारर फिल्मों में छोटे मोटे रोल करती रहीं. उन्हें बड़ी कामयाबी तनु वेड्स मनु (40 करोड़) की बेल्लोस और चंट कानपुरिया लड़की के किरदार से मिली. तनु वेड्स मनु गजब की फिल्म थी. कंगना की फिल्म थी अभिनय से उन्होंने जबरदस्त रंग भरे. फिल्म सुपरहिट हुई.

इस फिल्म के बाद तो कंगना ने महिला प्रधान फिल्मों की ओर ही रुचि दिखाई. हालांकि उनकी इस कोशिश में रिवाल्वर रानी और रज्जो जैसी कुछ फ़िल्में फ्लॉप भी हुईं मगर अपनी जगह बनाने की जद्दोजहद में कंगना ने कभी कदम पीछे नहीं हटाए. ऊपर कंगना की ओर से छोड़ी गई जिन फिल्मों का जिक्र किया गया है वो 2011 के बाद आईं. ब्लॉक बस्टर थीं. कंगना ने इस दौरान जो तमाम महिला प्रधान फ़िल्में की वो फ्लॉप या औसत रही लेकिन उन्होंने रास्ता नहीं बदला.

क्वीन (61 करोड़), तनु वेड्स मनु का दूसरा पार्ट (150.8 करोड़), मणिकर्णिका (92.19 करोड़) भी सफल फ़िल्में रहीं जिसे कंगना ने अकेले अपने कंधे पर ढोया. इन फिल्मों में कंगना के अलावा और कोई बड़ा स्टार नजर नहीं आता. जजमेंटल है क्या (33.11 करोड़), पंगा (29 करोड़), सिमरन (20 करोड़) जैसी फ़िल्में भी हैं जिसमें कंगना दमदार भूमिका में हैं. ये दूसरी बात है कि फ़िल्में औसत साबित हुईं. मगर क्या इस बात के लिए तारीफ़ नहीं करनी चाहिए कि कंगना की फिल्मों को देखने दर्शक सिर्फ उनकी वजह से आ रहे हैं. आज की तारीख में दीपिका पादुकोण से लेकर आलिया भट्ट तक भला कौन सी अभिनेत्री है जो कंगना जैसी परिस्थितियों में दर्शकों को खींचने का माद्दा रखती है. कंगना के समकक्ष अभिनेत्रियों की जो सफल फ़िल्में हैं उसका बहुत बड़ा श्रेय उनके मेल कास्ट की स्टारडम को भी जाता है. कंगना के साथ ऐसा नहीं है. कंगना के अलावा बेजोड़ अभिनय और दर्शकों को खींचने की क्षमता सिर्फ विद्या बालन में नजर आती है. दुर्भाग्य से विद्या मिलीजुली फ़िल्में कर रही हैं. वे तम्हारी सुलू, शेरनी और शकुंतला के साथ मिशन मंगल जैसी मल्टी स्टारर फ़िल्में भी कर रही हैं. कंगना को बॉलीवुड में वन एंड वनली फीमेल सुपरस्टार मानने में किसी को परेशानी नहीं होना चाहिए.

महामारी के मुश्किल वक्त में थलाइवी बॉक्स ऑफिस पर कंगना की परीक्षा लेता नजर आएगा.

फोटो कंगना के ट्विटर फैन पेज से साभार.

#कंगना रनौत, #थलाइवी, #बॉक्स ऑफिस, Kangana Ranaut Filmography, Kangana Ranaut Box Office, Thalaivi

लेखक

अनुज शुक्ला अनुज शुक्ला @anuj4media

ना कनिष्ठ ना वरिष्ठ. अवस्थाएं ज्ञान का भ्रम हैं और पत्रकार ज्ञानी नहीं होता. केवल पत्रकार हूं और कहानियां लिखता हूं. ट्विटर हैंडल ये रहा- @AnujKIdunia

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय