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Updated: 16 सितम्बर, 2021 09:02 PM
अनुज शुक्ला
अनुज शुक्ला
  @anuj4media
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शाहरुख खान लोगों की दिलचस्पी में हैं. पिछले दिनों सोशल मीडिया पर शाहरुख का क्रेज दिखा था जब डिजनी प्लस हॉट स्टार के एक प्रमोशनल ट्रेंड की वजह से वो सुर्खियां बने. कैंपेन था सिवाय एसआरके. डिजनी अलग-अलग माध्यमों के जरिए उनके कैंपेन वीडियो का खूब प्रमोशन भी कर रहा है. हालांकि अभी यह पूरी तरह साफ होना बाकी है कि शाहरुख के इस कैंपेन के सही मायने क्या हैं? लेकिन कैंपेन से यह बात तो लगभग साफ ही हो गया कि अभी बॉलीवुड के बादशाह का स्टारडम खत्म नहीं हुआ है और खेल में उनका हिस्सा बाकी है. जाहिर सी बात है कि शाहरुख को नापसंद करने वालों को जबरदस्त ट्रेंड से परेशानी हुई होगी. एक्टर की आखिरी फिल्म जीरो साल 2018 में आई थी, जो फ्लॉप साबित हुई. अब उनके बैक टू बैक कई प्रोजेक्ट की चर्चा है.

जीरो पीटने के बाद शाहरुख काफी दिनोंतक शांत बैठे रहे. इसके बाद उन्हें यशराज कैंप की पठान में कास्ट किया गया. फिल्म मेकिंग प्रोसेस में है जिस पर कोरोना महामारी और लॉकडाउन ने बुरा असर डाला. अगस्त लास्ट से शूटिंग फिर शुरू हुई. पठान में शाहरुख के साथ जॉन अब्राहम भी नजर आने वाले हैं. चर्चाओं की मानें तो इसे अगले साल ईद पर रिलीज करने की तैयारी है. इस बीच शाहरुख साउथ के फेमस डायरेक्टर एटली की फिल्म कर रहे हैं. उनके डिजिटल डेब्यू की भी चर्चा और कहा जा रहा है कि डिजनी के कैंपेन का कनेक्शन असल में शाहरुख की वेबसीरीज से जुड़ा है. बहरहाल, शाहरुख फिर जलवा बनाने की कोशिश में दिख रहे हैं तो उनका खेल बिगाड़ने में भी काम कोशिशें नजर नहीं आ रहीं. लोग कहां चुप बैठने वाले. ट्विटर पर बॉलीवुड में किंग खान के नाम से मशहूर एक्टर की जबरदस्त खिलाफत देखने को मिल रही है. बॉयकॉट शाहरुख खान ट्विटर ट्रेंडिंग में टॉप पर रहा.

ट्रेंड से अंदाजा लग रहा है कि शाहरुख का विरोध क्यों किया जा रहा है. दरअसल, कुछ साल पहले 50 वें जन्मदिन पर एक इंटरव्यू में किंग खान ने देश में धार्मिक आधार पर असहिष्णुता के आरोप लगाए. उनके बयान की काफी निंदा हुई थी. और लगभग तभी से एक्टर के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन देखा जा रहा है. ना सिर्फ शाहरुख बल्कि धार्मिक वजहों से दूसरे सितारों की निंदा भी आए दिन देखने को मिलती है. सोशल प्लेटफॉर्म पर यूजर्स का एक व्यापक समूह शाहरुख समेत बॉलीवुड के खान सितारों की फिल्मों के बहिष्कार का कैंपेन चलाते दिखता है. हाल ही में नसीरुद्दीन शाह ने तमाम मुद्दों पर शाहरुख आमिर जैसे सितारों की चुप्पी के पीछे की वजहों को गिनाते हुए कहा कि सितारों पर बहुत दबाव है. अगर कोई राय जाहिर करता है तो उन्हें तमाम तरीकों से परेशान किया जाता है. नसीरुद्दीन शाह के मुताबिक़ सितारों का विरोध उनकी धार्मिक पहचान और संकीर्ण राजनीति की वजह से है.

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 आज भी शाहरुख के विरोध में धार्मिक मुद्दे ही उभरकर सामने आ रहे हैं. पठान अभी बनकर तैयार भी नहीं हुई है और लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं. ट्रेंड में लोगों ने आरोप लगाया कि पठान के जरिए भारत में आखिर किसका महिमामंडन किया जा रहा है. शाहरुख को देश विरोधी बताते हुए उनके पुराने बयान, फिल्मों और तस्वीरों को भी साझा किया जा रहा है. पत्नी गौरी खान के हिंदू होने को भी "लवजिहाद" बताया जा रहा है. प्राचीन भारत के महान सम्राट अशोक पर एक फिल्म बनी थी जिसमें किंग खान ने ही अशोक की भूमिका निभाई थी. कुछ यूजर्स ने आरोप लगाया कि इस फिल्म में कुछ उन्होंने एक हिंदू सम्राट को गलत तरीके से चित्रण किया. इसे हिंदू विरोधी होने के तथ्य के रूप में पेश किया गया. कुछ लोगों ने तो यहां तक आरोप लगाया कि चक दे इंडिया में शाहरुख के कैरेक्टर कबीर खान ही नहीं, लेकिन हिंदुओं और देश को बदनाम करने के लिए उसमें मुस्लिम एंगल डाला गया. शाहरुख की वजह से. यह सबकुछ एजेंडा सेट करने के लिए किया गया.

शाहरुख को पाकिस्तानी समर्थक भी बताया जा रहा

ट्रेंड में शाहरुख की एक तस्वीर धड़ल्ले से साझा हो रही हैं. किंग खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ नजर आ रहे हैं. तस्वीर के जरिए यह तर्क दिया जा रहा है कि शाहरुख देश विरोधी हैं और पाकिस्तान के समर्थक हैं. इसी तस्वीर के साथ बहुत सारे यूजर्स ने पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को आईपीएल में खिलाने संबंधी शाहरुख का एक पुराना बयान भी साझा कर रहे हैं. आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक भी हैं.

इन विरोधों का कितना असर

सितारों की फैन फॉलोविंग जबरदस्त है. आमिर खान, सलमान खान और फरहान अख्तर जैसे सितारों की पिछली कई रिलीज के दौरान ऐसे ट्रेंड दिखे. ठग्स ऑफ हिंदोस्तान, रेस 3, राधे योर मोस्ट वांटेड भाई और हाल ही में आई तूफान ने नाकामी झेली. फिल्मों का कंटेंट भी खराब था. इसलिए दावे से नहीं कहा जा सकता कि फ्लॉप होने में विरोध ने कितना असर डाला. हालांकि विरोध के असरदार होने को भी पूरी तरह खारिज नहीं किया जा सकता. उनका कुछ ना कुछ असर तो व्यापक दर्शकों का मूड सेट करने में होता ही है. शाहरुख की पिछली फिल्म जीरो देखें तो कंटेंट वैसा नहीं था कि फिल्म दर्शकों को पसंद ना आए. काफी हद तक एंटरटेनिंग होने के बावजूद जीरो नाकाम रही.

क्या सिर्फ विरोध ही हुआ शाहरुख का

नहीं. किंग खान के खिलाफ कैंपेन शुरू होने के बाद एक कैम्पेन उनके पक्ष में भी दिखा. इसमें शाहरुख के तमाम प्रशंसकों ने उनके विरोध के तर्क को एक खास वर्ग की राजनीति से प्रेरित बताया. समर्थकों ने शाहरुख के पक्ष में तर्क प्रस्तुत किए और बड़ी तादाद में ट्वीट और री ट्वीट किए.

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लेखक

अनुज शुक्ला अनुज शुक्ला @anuj4media

ना कनिष्ठ ना वरिष्ठ. अवस्थाएं ज्ञान का भ्रम हैं और पत्रकार ज्ञानी नहीं होता. केवल पत्रकार हूं और कहानियां लिखता हूं. ट्विटर हैंडल ये रहा- @AnujKIdunia

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