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Updated: 14 जून, 2021 09:32 AM
अनुज शुक्ला
अनुज शुक्ला
  @anuj4media
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सुशांत सिंह राजपूत ने पिछले साल 14 जून को 34 साल की उम्र में खुदकुशी कर ली थी. कहा गया कि एक्टर लगातार बॉलीवुड से नजरअंदाज किए जाने और खेमेबाजी से परेशान हो चुका था. बॉलीवुड का एक मजबूत तबका उन्हें हाशिए पर डालने में लगा था. इन्हीं वजहों से डिप्रेशन की हालत में उन्होंने सुसाइड का फैसला लिया. आत्महत्या के पीछे ठीक ठीक वजह क्या रहीं यह तो अभी जांच का विषय है. इस बात पर बिल्कुल सवाल नहीं उठाया जा सकता कि समकालीन अभिनेताओं में सुशांत भी एक उम्दा और बेहतरीन एक्टर थे. लेकिन दूसरा पहलू भी गौर करने लायक है. सुशांत के समकक्ष अभिनेताओं के मुकाबले देखें तो बढ़िया काम करने के बावजूद सात साल के उनके करियर में नाममात्र फ़िल्में हैं. कई छोटी फ़िल्में.

सुशांत एक साधारण परिवार से निकलकर फ़िल्मी पर्दे पर रोशन हुए थे. अभिनय के लिए उन्होंने आईआईटी दिल्ली की पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया और थियेटर करने लगे. फिर वहां से मुंबई पहुंचे. रियलिटी शोज और टीवी के रास्ते उन्होंने फिल्मों तक का सफ़र पूरा किया. पहली फिल्म 2013 में आई "काई पो छे" थी. सुशांत ने जिला स्तरीय क्रिकेटर ईशान भट्ट का किरदार निभाया. जबकि तीन युवाओं की कहानी को दिखाने वाली फिल्म में राजकुमार राव और अमित साध भी दूसरे किरदार किए. फिल्म सफल रही और खूब चर्चा हुई. सुशांत को बड़े पैमाने पर प्रसिद्धि मिली. मगर एक्टर पर फिल्मों की वैसी बरसात नहीं हुई जैसे कि आमतौर पर दूसरे अभिनेताओं के लिए देखने को मिलती है. इसी साल उनकी शुद्ध देसी रोमांस भी आई थी.

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2017 तक सुशांत की साल में सिर्फ एक ही फिल्म आती रही. इसमें पीके भी थी जिसमें उन्होंने एक छोटी भूमिका की. जबकि एमएस धोनी और काई पो छे अपने स्तर पर काफी कामयाब फ़िल्में थीं. क्या सुशांत को फ़िल्में जानबूझकर नहीं दी जा रही थीं? क्या उन्हें रोका जा रहा था? ये ऐसे सवाल हैं जो एक्टर की सुसाइड के बाद कई मर्तबा पूछे जा चुके हैं. एजेंसियों ने भी इन्हें जांच का विषय बनाया. अब यह सच था या नहीं इस बारे में बिना प्रमाण के कुछ कहना ठीक नहीं. लेकिन तमाम आरोपों में ये बातें सामने आ चुकी हैं कि कुछ बैनर्स ने सुशांत के साथ करार किया था और उन्हें कई बड़ी फ़िल्में भी मिलीं. मगर भाई-भतीजावाद को प्रश्रय देने वाली बॉलीवुड की ताकतवार लॉबी ने उनके हाथ से प्रोजेक्ट छीन लिए जो आगे जाकर दूसरे अभिनेताओं के लिए व्यावसायिक रूप से कारगर साबित हुए.

सुशांत ने यशराज कैम्प की तीन फिल्मों के लिए करार किया था. इसमें शुद्ध देसी रोमांस, व्योमकेश बख्शी और शेखर कपूर के निर्देशन में बनने वाला बड़ा प्रोजेक्ट पानी था. पानी को लेकर काफी विवाद सामने आ चुके हैं. यशराज कैम्प पर फिल्म को बजट के बहाने लटकाने तक के आरोप लगे. कथित तौर पर ये सबकुछ एक कैम्प के इशारे पर चल रहा था. सुशांत के हाथ से प्रोजेक्ट छीनकर दूसरे एक्टर्स को दिए जा रहे थे. उनकी फिल्मों की रिलीज को प्रभावित किया जा रहा था. इंडस्ट्री के दूसरे कार्यक्रमों में उनका बहिष्कार किया जा रहा था.

क्या सुशांत को भंसाली की इन फिल्मों से निकाला गया?

जब पानी लटक गई तब सुशांत ने करार से अलग दूसरे बैनर्स की फ़िल्में साइन करना शुरू किया. इसे बॉलीवुड के मठाधीशों से सुशांत के मुठभेड़ की शुरुआत के रूप में भी देखा जाता है. दावा किया गया कि सुशांत को लेकर संजय लीला भंसाली चार फ़िल्में बनाना चाहते थे. गोलियों की रासलीला रामलीला, बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्मों के लिए करार भी हो गया था. कथित रूप से यशराज कैम्पस ने अपने रुतबे का इस्तेमाल कर सुशांत को भंसाली की फिल्मों से निकलवा दिया. सुशांत के हाथ से निकली फ़िल्में बाद में रणवीर सिंह की झोली में गिरीं. भंसाली बता चुके हैं कि डेट्स की वजह से सुशांत के साथ फ़िल्में नहीं कर पाए थे. भंसाली की इन फिल्मों का रणवीर के करियर में कितना अहम योगदान है यह बताने की जरूरत नहीं. सभी फ़िल्में ब्लॉकबस्टर रहीं और रणवीर को सुपरस्टार का दर्जा मिला.

इसी दौरान करण जौहर के प्रोडक्शन की फिल्म ड्राइव सुशांत को मिली जिसकी रिलीज को करीब दो साल तक लटका कर रखा गया. आखिर तक फिल्म थियेटर में नहीं आ पाई और उसे नेटफ्लिक्स को बेचा गया. जांच एजेंसियों ने इस एंगल को भी परखा और संबंधितों से पूछताछ की है. मान लीजिए कि सुशांत, भंसाली की फ़िल्में कर लेते तो उनके करियर की तस्वीर उलट भी सकती थी.

सुशांत ने खुद भी छोड़ी कई सुपरहिट फ़िल्में

वैसे सात साल के करियर में गिनी चुनी फ़िल्में करने वाले सुशांत सिंह राजपूत को कुछ फ़िल्में ऑफर हुई जिसे उन्होंने मना कर दिया. इसमें से कई तो बेहद कामयाब रहीं और लोगों का खूब ध्यान खींचा. बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि श्रीराम राघवन ने बहुचर्चित सस्पेंस थ्रिलर "अंधाधुन" के लिए सुशांत को अप्रोच किया था. मगर सुशांत ने प्रोजेक्ट में दिलचस्पी नहीं दिखाई. बाद में ये फिल्म आयुष्मान खुराना की झोली में आई और हिट हुई. इसी तरह शाहिद कपूर की कबीर सिंह भी सुशांत को ऑफर हुई थी. जब उन्होंने मन किया तो मेकर्स ने अर्जुन कपूर को कास्ट करना चाहा. बाद में शाहिद को लेकर फिल्म बनाई गई.

राब्ता सुशांत की फिल्म थी जिसमें उनके काम की खूब तारीफ़ हुई. मेकर्स चाहते थे कि सुशांत को लेकर एक और प्रोजेक्ट किया जाए. उन्हें हाफ गर्लफ्रेंड ऑफर की गई. मगर एक्टर ने फिल्म करने से मन कर दिया. बाद में अर्जुन कपूर को कास्ट किया गया. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कामयाब रही. जॉन अब्राहम स्टारर एक्शन थ्रिलर रोमियो अकबर वाल्टर भी सुशांत को ऑफर हुई थी. लेकिन एक्टर ने मना कर दिया. माना जाता है कि यशराज कैम्प की बेफिक्रे को सुशांत के मना करने के बाद ही रणवीर को कास्ट किया गया था.

सुशांत के सात साल के करियर में मात्र 12 फ़िल्में हैं. इनमें तीन सुपर हिट, दो हिट, दो एवरेज और बाकी फ्लॉप हैं.

लेखक

अनुज शुक्ला अनुज शुक्ला @anuj4media

ना कनिष्ठ ना वरिष्ठ. अवस्थाएं ज्ञान का भ्रम हैं और पत्रकार ज्ञानी नहीं होता. केवल पत्रकार हूं और कहानियां लिखता हूं. ट्विटर हैंडल ये रहा- @AnujKIdunia

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