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Updated: 11 अप्रिल, 2021 05:53 PM
अनुज शुक्ला
अनुज शुक्ला
  @anuj4media
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रोजाना 55 हजार से ज्यादा केसेस के साथ महाराष्ट्र देश में कोरोना मामलों का एपिसेंटर बना हुआ है. पुणे, मुंबई और थाणे की हालत सबसे ज्यादा खराब है. दूसरी लहर में अचानक से जिस तरह की स्थिति बनी- उद्धव ठाकरे सरकार के पास सख्त नियम लगाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था. मुंबई समेत राज्य में सिनेमाघरों पर पाबंदी, वीकेंड में कम्प्लीट लॉकडाउन, नाईट कर्फ्यू, बीच के खुलने पर पाबंदी, मॉल होटल और बार पर पाबंदी, सार्वजनिक जगहों पर पांच से ज्यादा लोगों के जुटने पर रोक जैसे नियम लगाए गए हैं. कई तरह के जलसों में भीड़, कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या भी सीमित कर दी गई है. वर्कशॉप फैक्ट्रियों के लिए भी नियम बनाए गए. मौजूदा हालात में गाइडलाइन के असर की लगातार समीक्षा हो रही है. लेकिन उद्योगों खासतौर से फिल्म इंडस्ट्री को बहुत सारी रियायतें भी मिल रही हैं.

मुंबई, मनोरंजन उद्योग का सबसे बड़ा केंद्र है. सरकार से मिली रियातों की वजह से ही फिल्म और टीवी प्रोजेक्ट पर लगातार काम हो रहा हैं. इंडस्ट्री में शूट जैसी गतिविधियां कैसे हो रही हैं ये अपने आप में दिलचस्प है. मुंबई की हालत पिछली बार भी बहुत खराब थी. करीब तीन महीने की बंदी में सबसे ज्यादा असर उद्योगों और लोगों के रोजी-रोजगार पर पड़ा. लॉकडाउन के साइड इफेक्ट में फिल्म इंडस्ट्री के निवेशक, कलाकारों और कामगारों को आर्थिक मोर्चे पर तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा. बड़े पैमाने पर पलायन भी हुआ.

pic-650_041021030453.jpgदबंग की शूटिंग के दौरान सलमान खान और प्रभुदेवा. फ़ाइल फोटो

दूसरी लहर में फिल्म इंडस्ट्री को इसीलिए छूट दी गई है कि कई मोर्चों पर पिछली गलतियों के दोहराव से बचा जा सके. हां, ये दूसरी बात है कि संसाधनों के लिहाज से इंडस्ट्री में जो लोग जमे जमाए नहीं हैं उनकी हालत पहले की तरह ही खराब है. अच्छी बात सिर्फ यही है कि ठाकरे सरकार ने फिल्म इंडस्ट्री में सबकुछ बंद नहीं किया. और बीच के रास्ते में काम हो रहा है.

आरटी-पीसीआर अनिवार्य

इंडस्ट्री में किसी भी प्रोजेक्ट का शूट बिना आरटी-पीसीआर के नहीं हो रहा है. वर्कर्स एसोसिएशन, प्रोडक्शन हाउस और बैनर्स ने व्यवस्था तय की है. शूटिंग और क्रू में शामिल सभी लोगों को बाहर आने-जाने और काम से ऑफ़ रहने के दौरान भी सख्ती से प्रोटोकॉल फ़ॉलो करने की हिदायत दी गई है. फेडरेशन ऑफ़ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लाइज के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने फ्री प्रेस जर्नल से कहा भी कि बिना आरटी-पीसीआर के काम करने वालों को नियम तोड़ने पर सजा के प्रावधान तय किए गए हैं.

ब्राडकास्टिंग शेड्यूल में बदलाव

चूंकि वीकेंड में शुक्रवार रात से सोमवार सुबह तक कम्प्लीट लॉकडाउन है इस वजह से प्रोडक्शन हाउसेस, और मार्केटिंग टीमों के ब्राडकास्टिंग शेड्यूल में भी बदलाव हो गया है. तमाम टीवी शोज के वीकेंड शोज और प्रमोशनल गतिविधियां सोमवार से शुक्रवार के बीच ही एडवांस शूट और फाइनल हो रही हैं.

स्क्रिप्ट में भी बदलाव

गाइडलाइन के हिसाब से काम सुचारू चलता रहे इसकी वजह से खासकर टीवी शोज की स्क्रिप्ट पर भी बदलाव हुआ है. उन चीजों सीक्वेंस से बचा जा रहा है जो शूट के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर सकती हैं.

सेट, कॉस्टयूम और उपकरणों का सेनेटाइजेशन

प्रोडक्शन ऑफिस, पोस्ट प्रोडक्शन स्टूडियो और शूटिंग लोकेशन पर हर किसी को मास्क पहनना, टेम्परेचर-सिम्पटम मैपिंग, और समय-समय पर सेनेटाइजेशन अनिवार्य तो है ही साथ ही साथ हर रोज कॉस्टयूम और शूटिंग में इस्तेमाल हो रहे उपकरणों को भी सेनेटाइज किया जा रहा है. ये पूरी कवायद किसी भी जरिए बाहर से कोरोना कॉन्टेक्ट को रोकने के लिए है. प्रक्रिया थोड़ी थकाऊ हो गई है और तय समय में काम भी बढ़ गए हैं.

क्राउड इंटिमेट, सीक्वेंस पर पाबंदी

आउटडोर शूट लगभग बंद कर दिए गए हैं. इसके साथ ही क्राउड सीक्वेंस, किसिंग-इंटिमेट सीक्वेसं, ज्यादा बैकग्राउंड डांसर्स के साथ के सीक्वेंस के शूट को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है. फाइट सीक्वेंस पर भी रोक लगा दी गई है.

अलग-अलग ग्रुप्स, केबिन में खाना खा रहे एक्टर्स

स्टूडियो में काम के आधार पर टीमों के अलग-अलग ग्रुप्स बनाए गए हैं. ताकि एक ग्रुप दूसरे डिपार्टमेंट के साथ किसी भी तरह के कॉन्टैक्ट से बचा रहे. इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स काउंसिल के चेयरमैन जेडी मजीठिया ने ईटी को एक इंटरव्यू में बताया था- "सोशल डिस्टेंशिंग का ख़ास ख्याल रखा जा रहा है और इसके तहत एक्टर्स अपने केबिन में ही कुछ खा पी रहे हैं. लोगों के साथ बैठकर खाने पर रोक लगाई गई है.

वैक्सीनेशन और स्टीम इनहेलेशन की व्यवस्था

बड़े प्रोडक्शन हाउसेस ने तो कर्मचारियों के लिए खुद अपने खर्चे पर टेस्टिंग और वैक्सीनेशन की व्यवस्था की है. यशराज फिल्म ने अपने वर्कर्स के लिए वैक्सीनेशन की व्यवस्था की है. कुछ प्रोडक्शन हाउसेस ने सेट पर ही स्टीम इनहेलेशन भी देना शुरू किया है.यशराज स्टूडियो में सलमान खान की टाइगर 3 और शाहरुख खान- जॉन अब्राहम की पठान शूट हो रही है.

निगरानी के लिए कमेटी

इंडस्ट्री के कई एसोसिशंस ने टीमें बनाई हैं. बीएन तिवारी ने बताया भी कि टीमें सेट्स पर औचक निरीक्षण में यह सुनिश्चित कर रही हैं कि शूट के दौरान सभी जरूरी गाइडलाइन फॉलो हो रहे हैं या नहीं.

लॉकडाउन में इंडस्ट्री ने निकाला बीच का रास्ता

महामारी में इंडस्ट्री का काम चलता रहे इसके लिए पिछले हफ्ते 4 अप्रैल को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फिल्म और टीवी जगत के अलग-अलग एसोसिएशंस और प्रोडक्शन हाउसेस से बात की थी. मीटिंग में इंडस्ट्री ने हर हाल में काम जारी रखने की मजबूरी बयान की और सरकार को आश्वस्त किया कि उन्हें नियमों में छूट मिले. सरकार ने खुद जिम्मेदारी उठाने की शर्त पर अपनी ओर से छूट दे भी दी थी और एक अवधि में समीक्षा के बाद इसे जारी रखने का आश्वासन दिया था.

लेखक

अनुज शुक्ला अनुज शुक्ला @anuj4media

ना कनिष्ठ ना वरिष्ठ. अवस्थाएं ज्ञान का भ्रम हैं और पत्रकार ज्ञानी नहीं होता. केवल पत्रकार हूं और कहानियां लिखता हूं. ट्विटर हैंडल ये रहा- @AnujKIdunia

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