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Updated: 30 अक्टूबर, 2017 09:31 PM
सिद्धार्थ हुसैन
सिद्धार्थ हुसैन
  @siddharth.hussain
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फ़िल्मी हस्तियां या कोई भी हस्ती जब अपनी ज़िंदगी को किताब शक्ल देती है या कहें जब वो अपनी ज़िंदगी को जगज़ाहिर करती है, तो वो सिर्फ उनका सच नहीं होता. जो उनसे जुड़े हैं ना चाहते हुए भी वो किसी और का सच भी सामने लाते हैं. अब ऐसे में ये मुश्किल होती है कि अपनी बात तो लिख ही रहे हैं, साथ में ज़िक्र उसका भी हो रहा है, जो शायद अपनी बात पब्लिक नहीं करना चाहता है.

बायोग्राफ़ी या ऑटोबायोग्राफ़ी की यही परेशानी है अपने सच के साथ दूसरे का सच भी जुड़ा है. इसलिये अक्सर ऐसा देखा गया है कि जब भी किसी बड़ी शख्सियत की किताब सामने आती है तो कुछ उंगलियां उस शख्स की तरफ़ भी खड़ी हो जाती हैं या कहें इल्ज़ामों की बौछार शुरू हो जाती है. "किताब बेचने के लिये वो झूठ बोल रहा है या उसने मेरी तौहीन की".

Nawazuddin Siddiqui, Autobiographyकिताब लिखकर बवाल पाल लिया!

हाल ही में ऐसा फिर देखने को मिला जब बेहतरीन एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीक़ी की किताब "An Ordinary Life" के कुछ अंश सामने आये. जल्द ही ये किताब मार्केट में होगी. नवाज ने इस किताब में अपनी ज़िंदगी से जुड़ी हर बात लिखी है. एक चैप्टर में उन्होंने मॉडल निहारिका सिंह से अपनी प्रेम कहानी के बारे में भी लिखा है. वहीं नवाज ने ये ज़िक्र किया, कैसे वो फिल्म "मिस लवली" के दौरान निहारिका से मिले और किस तरह से दोनों की प्रेम कहानी शुरू हुई. और आखिरकार डेढ़ साल के बाद कैसे दोनों का ब्रेकअप हुआ.

इस बात के छपते ही, निहारिका ने अपनी नाराज़गी का इज़हार किया. उनका कहना है कि- नवाज झूठ बोल रहे हैं कि दोनों का अफ़ेयर डेढ़ साल चला. बल्कि निहारिका के मुताबिक कुछ ही महीनों में दोनों अलग हो गये थे. साथ ही निहारिका ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि नवाज ने अपनी किताब में ऐसी निजी बातों को जिक्र किया है जो सिर्फ उन दोनों के बीच हुई थीं. इनको जगजाहिर करने से पहले नवाज को उनसे इजाज़त लेनी चाहिये थी. निहारिका के हिसाब से नवाज ने चीज़ों को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया है. और साथ ही एक महिला की प्राइवेसी का खयाल भी नहीं रखा.

सूत्रों के अनुसार निहारिका, नवाज के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाही करने की भी सोच रही हैं. हालांकि अभी तक वो किसी नतीजे पर नहीं पहुंची हैं. अपनी किताब पर शुरु हुए इस विवाद के बाद अब नवाज ने ऑटोबायोग्राफ़ी को वापस लेने का फैसला लिया है. नवाज ने लोगों की भावनाएं होने के लिए माफी भी मांगी.

Nawazuddin Siddiqui, Autobiographyनिहारिका सिंह ने किताब का कबाड़ा कर दिया

कुछ साल पहले जब 60 के दशक की सुपर स्टार वैजंतीमाला माला ने अपनी बायोग्राफ़ी "BONDING....A MEMOIR" में सुपर स्टार राज कपूर से अपने अफ़ेयर का खंडन किया था. वैजंतीमाला ने ये भी लिखा है कि राज कपूर ने अफ़ेयर की बात 1964 की फिल्म "संगम" को पब्लिसिटी दिलाने के मकसद से खुद फैलाई थी. संगम की हीरोइन वैजंतीमाला थीं और राज कपूर इस फिल्म के निर्माता-निर्देशक होने के साथ-साथ फिल्म के हीरो भी थे.

वैजंतीमाला की किताब के रिलीज़ होते ही राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर ने इस बात पर सख़्त ऐतराज़ जताया था. उन्होंने वैजंतीमाला पर झूठ बोलने का इल्ज़ाम लगाया. साथ ही अपनी किताब "खुल्लम खुल्ला" में ये भी लिखा कि फिल्म "संगम" के दौरान उनके पिता राज कपूर का अफ़ेयर वैजंतीमाला से चल रहा था. इस समय उनकी मां कृष्णा राजकपूर ने कैसे घर छोड़ा और फिर किस तरह पिता राजकपूर ने अपनी पत्नी को मनाने की कोशिश की.

वैसे ऋषि कपूर ने एक तरफ़ अपनी किताब खुल्लम खुल्ला में अपने पिता के अफ़ेयर्स की बात बेबाकी से की है. लेकिन उन्होंने डिंपल से अपने अफ़ेयर की बात को लेकर कुछ भी नहीं लिखा. जबकि उस वक्त के कई लोगों का मानना है कि ऋषि कपूर का डिंपल से इश्क़ था. ऋषि कपूर ने इस बात पर ख़ामोशी बनाए रखी.

बायोग्राफ़ी पढ़ने का अपना ही मज़ा है. लेकिन लिखने में दिक़्क़तें बहुत हैं. क्योंकि वाक़ई ये तय करना बहुत मुश्किल है कि आपका सच किसी और की ज़िंदगी में परेशानियां भी ला सकता है. तो ऐसे में सवाल ये है कि क्या सहूलियत भरा सच लिखा जा सकता है? और क्या सहूलियतों का सच वाक़ई सच है या वो भी एक क़िस्म का झूठ ही है?

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लेखक

सिद्धार्थ हुसैन सिद्धार्थ हुसैन @siddharth.hussain

लेखक आजतक में इंटरटेनमेंट एडिटर हैं

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