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Updated: 14 अगस्त, 2017 02:27 PM
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जब से टीवी का आविष्कार हुआ है तब से ही इसके फायदे और नुकसान गिनवाने वालों की कमी नहीं है. टीवी देखना बुरी बात नहीं, बल्कि बुरी बात ये है कि आप इसे किस तरह से देखते हैं. टीवी देखने से जुड़े कुछ आम मिथक हैं जैसे....

1. टीवी देखने से बच्चे बुद्धू बन जाते हैं...

बचपन में अक्सर मां, पापा या किसी अन्य बड़े रिश्तेदार को ये कहते सुना है. असल में लोग इस बात पर यकीन भी करते हैं. ये सिर्फ बच्चों को टीवी देखने से रोकने के लिए नहीं है. आपको इस बारे में कई साइंटिफिक थ्योरी भी मिल जाएंगी कि ज्यादा टीवी देखने से बच्चे कुंद बुद्धी हो जाएंगे. हालांकि, कोई भी फैक्ट इस बात को सपोर्ट नहीं करता. इतना ही नहीं रिसर्चरों ने ये भी निष्कर्श निकाला है कि टीवी देखने से बच्चों का जीके तेज होता है.

टीवी, मिथक, साइंस

2. टीवी देखने से लोग हिंसक होते हैं...

ये वही बात है जो भारतीय नेता अक्सर कहते आए हैं. अक्सर आपने नेताओं को कहते सुना होगा कि पोर्न देखने से लोग रेप करते हैं या फिर इसी तरह का कोई बयान कि टीवी, फिल्में या सोशल मीडिया से लोग हिंसक हो रहे हैं. कुछ यही मिथक पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. एक स्टडी जिसमें 5000 बच्चों पर सर्वे किया गया था कहती है कि खराबी प्रोग्रामिंग में नहीं है बल्कि लोग उसे किस तरह से देख रहे हैं और उनकी पर्सनैलिटी कैसी है इसमें है.

3. नवजातों को भी टीवी से ज्ञान मिल सकता है...

अगर आप ये सोचते हैं कि आस्था चैनल देखने या फिर डिस्कवरी पर किड्स शो देखने से 2 साल से कम उम्र के बच्चों का दिमाग तेज होगा या फिर धार्मिक होगा तो ये गलत है. पेनसिलवेनिया विश्वविध्यालय की 2005 की एक रिपोर्ट में ये साफ किया गया था कि 3 साल की उम्र से पहले टीवी देखना बच्चों के लिए सही नहीं है और चाहें जितना भी एजुकेशनल शो हो या फिर ज्ञान देने वाला चैनल बच्चों के विकास पर इससे फर्क पड़ता है.

4. टीवी देखने से मोटापा बढ़ता है...

ये साइकॉलोजिकल ज्यादा है. टीवी देखने से तकनीकी तौर पर कोई मोटापा नहीं बढ़ता. ना ही टीवी से ऐसी कोई किरणें निकलती हैं जिससे आपके शरीर में मोटापे के सेल एक्टिव हो जाएं. इसके पीछे तर्क ये दिया जाता है कि ज्यादा बैठे बैठे टीवी देखने से खाना नहीं पचता और आप ज्यादा खाना भी खा लेते हैं. लेकिन ये सिर्फ टीवी देखने से नहीं होता. पढ़ते समय, कोई प्रोजेक्ट करते समय या ऑफिस में काम करते समय भी यही होता है.  

टीवी, मिथक, साइंस

5. टीवी देखने से ज्यादा नींद आती है....

इसके पीछे तर्क ये भी दिया जा रहा था कि टीवी से आपकी आंखें थक जाती हैं और इससे आपको नींद आती है जिससे आप गलत समय पर भी सोते हैं. असलियत इससे कोसों दूर है. असल में तो टीवी तब देखी जाती है जब नींद नहीं आती है और इससे समस्या और बढ़ सकती है.

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