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Updated: 17 अगस्त, 2017 08:18 PM
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20 अगस्त से भारत और श्रीलंका के बीच वनडे सीरीज की शुरुआत होनी है. भारतीय टीम में युवराज सिंह को जगह नहीं दी गई है. चयनकर्ताओं ने तर्क दिया है कि ऐसा 2019 के विश्वकप की तैयारियों को ध्यान में रखकर किया गया है. वैसे हैरान करने वाली बात ये है कि एक ऐसे खिलाड़ी को संघर्ष करना पड़ रहा है, जो देश को पहला टी20 विश्वकप और 2011 का वनडे विश्वकप जीतने में अहम भूमिका निभा चुका है.

एक समय ऐसा होता था कि युवराज के बिना भारतीय प्लेइंग इलेवन बन ही नहीं पाती थी. लेकिन अब ऐसा लगता है कि मानो चयनकर्ताओं का युवराज से भरोसा ही उठ गया है. युवराज के फॉर्म को भी आड़े हाथों लिया जा रहा है. युवराज फिलहाल भले टीम का हिस्सा न हों, लेकिन वे पहले भी वापसी कर चुके हैं. साल 2012 के बाद से युवराज अक्सर टीम के अंदर बाहर होते रहे हैं.

पिछली सीरीज में युवराज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों में 162 रन बनाए थे. वैसे क्रिकेट में कहा जाता है कि 'form is temporary, but class is permanent'. युवराज भी इस वक्त कुछ ऐसे ही हालात से गुजर रहे हैं. तो क्या युवराज एक बार फिर वापसी करेंगे ? यदि ऐसा होता है तो खतरा किस पर मंडराएगा:

1. मनीष पांडे:

भारतीय टीम में लंबे समय से जब भी मिडिल ऑर्डर की बात आती थी तो युवराज सिंह का नाम सबसे पहले आता था. लेकिन उनके फीके फॉर्म ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. अब ऐसे में उनकी जगह को भरने के लिए मनीष पांडे का विकल्प सामने नजर आ रहा है. मनीष पांडे ने अभी तक 6 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. हालांकि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत शानदार तरीके से की थी, जब उन्होंने केदार जाधव के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 144 रनों की बेहतरीन साझेदारी की थी.

yuvraj Singh, Cricketerमिडिल ऑर्डर में युवराज की जगह को भर रहे हैं

इसी के फलस्वरुप उनको ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया, जहां उन्होंने फाइनल मुकाबले में 104 रनों की लाजवाब पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई थी. हाल ही में हुई दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में इंडिया ए को जीत दिलाने मे पांडे ने अहम भूमिका निभाई थी. मगर पांडे के पास युवराज जैसा अनुभव नहीं है और ना ही पांडे गेंदबाजी में हाथ आजमा सकते हैं. इसलिए पांडे को श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में भी रन बनाने होगें. क्योंकि बाहर युवराज सिंह बैठे हुए हैं जो किसी भी मौके को भुनाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.

2. के एल राहुल:

टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने बताया है कि राहुल नंबर 4 पर बल्लेबाजी करेंगे. राहुल को चौथे नंबर पर खिलाने का मतलब है कि वह युवराज सिंह की जगह लेंगे. युवराज सिंह पिछले कुछ समय से टीम में इसी स्थान पर बल्लेबाजी कर रहे थे. उन्होंने इंग्लैंड में हुई आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में और वेस्टइंडीज दौरे पर गई टीम में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी. लेकिन सबसे बड़ी बात ये निकलकर आती है कि युवराज ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए भारत को बड़ी - बड़ी टीमों के खिलाफ जीत दिलाई है.

yuvraj Singh, Cricketerनंबर 4 पर युवराज को टक्कर दे रहे हैं

युवराज आक्रमक शैली में बल्लेबाजी करते हैं और गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हैं. ये आंकड़े खुद इस ओर इशारा करते हैं कि युवराज के नाम 304 वनडे मैचों में 8701 रन और 111 विकेट हैं. दूसरी ओर केएल राहुल ने लंबे समय बाद वनडे टीम में वापसी की है. उन्होंने अपना आखिरी वनडे जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. राहुल ने भारतीय टीम के लिए 6 वनडे मैच खेले हैं. 55 के औसत और 1 शतक के साथ उनके नाम 220 रन हैं.

3. केदार जाधव:

अब सब के जेहन में ये बात आती है कि क्या युवराज की जगह केदार जाधव लेगें. लेकिन ऐसा कम ही नजर आता है. क्योंकि युवराज और जाधव में कहीं ना कहीं दिन और रात का अंतर नजर है. युवराज हमेशा ही बड़े मैचों के बड़े खिलाड़ी रहे हैं. और युवराज ने अपने बल्ले से ही नहीं बल्कि गेंद से भी अहम मौकों पर बनी साझेदारी को तोड़कर अपनी टीम की मैच में वापसी करवाई है.

yuvraj Singh, Cricketerऑलराउंडर होने के नाते युवराज को कड़ी टक्कर दे रहे हैं

आईपीएल से टीम इंडिया में वापसी करने वाले केदार जाधव की भी कोशिश बढ़िया प्रदर्शन कर टीम में जगह बनाने की होगी. जाधव का रोल श्रीलंका सीरीज में एक विकेटकीपर बल्लेबाज का रहेगा. जाधव ने जिम्बावे और इंग्लैंड के खिलाफ सैंचुरी भी लगाई थी. लेकिन चैंपिंयस ट्रॉफी और वेस्टइंडीज दौरे पर उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा था. तो ऐसे में उनके लिए ये आखिरी मौका भी हो सकता है क्योंकि टीम से बाहर युवा रिषभ पंत, दिनेश कार्तिक और युवराज जैसे बल्लेबाज मौके के इंतजार में बाहर बैठे हुए हैं.

युवराज सिंह का करियर:

yuvraj Singh, Cricketerवापसी कर सकते हैं युवराज

युवराज सिंह की सबसे खास बात ये है कि वो टीम में जब भी वापसी करते हैं तो जोरदार तरीके से करते हैं. चाहे वो आईपीएल के जरिए हो या फिर घरेलु सीजन में बढ़िया खेल दिखाकर. जब उनको 2016 के टी20 विश्‍वकप में नाकाम रहने पर बाहर कर दिया था तो उन्होंने 2017 में घरेलु क्रिकेट में अपने बल्ले से शानदार खेल के कारण टीम में वापसी का दावा ठोका था. उस दौरान युवराज ने रणजी क्रिकेट के 5 मैचों में 2 शतक और 2 अर्धशतकों के साथ 84 की औसत से 642 रन बनाए थे. जिसमें बड़ौदा के खिलाफ 260 रन की पारी भी शामिल थी. तो इंतजार कीजिए युवराज के एक और धमाकेदार चैलेंज का...

(कंटेंट: मोनू चहल इंटर्न @iChowk.in)

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