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Updated: 09 जुलाई, 2017 05:03 PM
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प्रेम में होना या प्रेम में पड़ना कोई आज का नहीं है. अब तक आपने ऐसी कई प्रेम कहानियां सुनी होंगी जिसने आपको या तो रुलाया होगा या फिर जिनको देखकर आपको सुकून मिला होगा और आप ये सोचने पर मजबूर हुए होंगे कि 'हां प्रेम वाकई एक अच्छी अनुभूति है.' तो इसी क्रम में आज हम आपको एक ऐसी कहानी सुनाने वाले हैं जो सुनने में किसी फिल्म सरीखी लगेगी मगर है एकदम सच.

एक ऐसी कहानी जिसमें न सिर्फ एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को कोठे से आजाद कराया बल्कि जल्द ही वो उससे शादी भी करने वाला है.

प्रेम, पुलिस, वेश्या  दिल्ली का ये मामला अपने आप में अनोखा है जो बताता है कि इंसानियत अब भी जिंदा है

जी हां बिल्कुल सही सुना आपने, मामला राजधानी दिल्ली का है जहां करीब दो साल पहले जीबी रोड पर रहने वाली एक सेक्स वर्कर की मुलाकात एक युवक से हुई और पहली ही मुलाकात में दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. जब लड़के को ये पता चला कि उसकी प्रेमिका एक वेश्या है तो उसने समाज की परवाह न करते हुए एक ऐसा फैसला लिया जिसको लेना एक आम आदमी के बस की बात नहीं होती.

लड़का, लड़की से मिलने के लिए ग्राहक बनकर जीबी रोड स्थित वेश्यालय जाने लगा. दो सालों तक इन दोनों के बीच ये सिलसिला चलता रहा और इस दौरान इनका प्यार पहले से भी ज्यादा गहराता गया. दो सालों के बीच एक दूसरे को जानते समझते हुए दोनों इस नतीजे पर पहुंचे कि अब उन्हें शादी कर लेनी चाहिए.

चूंकि लड़की एक वेश्या थी अतः दोनों के लिए इस शादी में कई मुश्किलें थीं. लड़के ने फैसला किया कि वो लड़की को इस दलदल से निकालेगा और उसे अपनी जीवन संगिनी बनाएगा. अपने फैसले पर काम करते हुए लड़के ने लड़की को कोठे से आजाद कराने के लिए दिल्ली महिला आयोग की मदद ली. महिला आयोग और पुलिस ने मिलकर इस वेश्यालय पर छापा मारकर लड़की को छुड़ाया. 

बताया जा रहा है कि 27 साल की ये लड़की 2015 में नेपाल में आए भयानक भूकंप के बाद दिल्ली आ गई थी और किसी ने काम दिलाने के बहाने उसे कोठे पर बेच दिया था और तब से ही वो इस पेशे में है. तमाम मुश्किलों को झेलने के बाद आखिरकार ये लड़की अब आजाद है और अपने प्रेमी के साथ है और जल्द ही वो दोनों शादी करके अपना घर बसाएंगे.           

इस खबर को सुनने के बाद बस यही कहा जा सकता है कि एक ऐसे दौर में जब लोग एक दूसरे के अहित के बारे में सोच रहे हैं ऐसी खबरें न सिर्फ राहत देती हैं. बल्कि मन में इस भावना का भी संचार करती हैं कि अब भी दुनिया में इंसानियत जिंदा है और आज भी उसे जिंदा रखने के लिए लोगों द्वारा अपनी तरफ से भरसक प्रयास किया जा रहा है. अंत में बस यही कि समाज को इस जोड़े और इनकी इच्छा शक्ति, समर्पण के भाव से प्रेरणा लेनी चाहिए.  

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