ब्रेकअप के बाद की 9 अवस्थाएं !
ब्रेकअप के बाद दुखों का पहाड़ तो टूटता ही है इंसान भी कैसे टूटता है ये जानिए इस लड़की की जुबानी. (लड़की की पहचान छुपाई गई है).
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ब्रेकअप. एक ऐसा शब्द जो अच्छे-अच्छों को तोड़ देता है. और अगर आप थोड़े संवेदनशील इंसान हैं तब तो फिर भगवान ही मालिक है. किसी काम में मन नहीं लगता. हर काम भारी लगने लगता है, यहां तक की सुबह बिस्तर से निकलना भी पहाड़ के समान हो जाता है.
ये रहे वो 9 लक्षण जो ब्रेकअप के बाद मैंने खुद में देखे थे या फिर संवेदनशील लोगों के साथ होते हैं-
1- लगता है जैसे कि अब बस मौत ही बाकी है
ये लक्षण ठीक ब्रेकअप के बाद दिखता है. जब दोनों ही लोग आखिरी बार बात करते हैं. जब दोनों ने हर वो बात कह दी हो जो वो कहना चाहते हैं. उसके बाद की फीलिंग यही होती है. और अगर ये ब्रेकअप फोन पर हुआ हो तब तो बस सारा किस्सा ही खत्म. फोन पर ब्रेकअप करना सबसे बेकार तरीका है.
जब मेरा ब्रेकअप हुआ तब मैं ऑफिस में थी. मुझे लगा जैसे मेरे शरीर का सारा खून माथे पर चढ़ आया है. दिल इतना भारी सा हो गया कि मुझे लग रहा था शायद अब ये मेरे शरीर से टूटकर गिर जाएगा. मुझे सांस लेने में परेशानी होने लगी, मेरा सिर भन्ना रहा था, मुझे अपने सीने में दर्द सा महसूस हो रहा था. असल में मुझे लग रहा था जैसे की मैं अब मरने वाली हूं.
2- लगातार वापस आने की मिन्न्तें करना
ब्रेकअप के बाद अपने प्रेमी या प्रेमिका को वापस आने के लिए मिन्नतें करना एक आम बात है. जब आपको पता होता है कि झगड़ा हो गया है तो ये टेंडेंसी और बढ़ जाती है. इसकी शुरुआत पहले सॉरी के मैसेजों से होगा. फिर कॉल्स में बदल जाएगी और उसके बाद बस रोना ही रोना होगा.
3- अपनी बुरी आदतों को फिर से अपना लेना
चाहे वो चॉकलेट हो, आइसक्रीम, सिगरेट या फिर दारु. क्योंकि आप पहले से ही टूटे हुए होते हैं तो इस समय में ये सभी ही आपके बेस्ट फ्रेंन्ड बन जाएंगे. नशे में इंसान कहां है, क्या कर रहा है, कितना समय हो रहा है या वो खुद को भी भूल जाता है.
मैं ये नहीं कह रही कि प्यार में टूटे लोगों को दारु या सिगरेट का सहारा ही लेना चाहिए. लेकिन अगर वो ऐसा करते हैं तो इसमें कोई बुराई भी नहीं है. हां पर इतना जरुर कहूंगी कि किसी भी हालत में हों अपना ख्याल जरुर रखें. ये सारी चीजें नुकसान भी पहुंचाती हैं. और बहुत बुरे तरीके से पहुंचाती हैं. मैंने खुद इसे झेला है.
4- रातों को नींद नहीं आएगी
अगर प्यार को खोना ही काफी नहीं था तो सोने पर सुहागा के लिए रातों की नींद भी उड़ जाएगी. अपनी सोचने-समझने की शक्ति के साथ-साथ आप नींद भी खो देंगे. अगर आप मेरी स्थिति हैं तो बहुत अच्छे से समझ रहे होंगे की मैं क्या कह रही हूं. ऐसे समय में पुराने सुनहरे दिनों को याद करना भी कोई इलाज नहीं दे पाता.
5- अपने एक्स से कहीं राह चलते टकराने के बाद नॉर्मल व्यवहार नहीं कर पाना
मेरा अपने एक्स से ब्रेकअप के बाद अचानक सामना हुआ. वो भी वैलेन्टाइन्स डे के दिन. जब सारे लोग प्यार में डूबे थे, मैं अपने टूटे प्यार को सामने देखकर संभलने की कोशिश में लगी थी. बदतर ये कि इतने के बाद भी मैं खुद को उसके पास जाने और उससे बात करने से रोक नहीं पाई!
पूरी शाम हम दोनों की बर्बाद ही हो गई. ये एक नए तरीके का दर्द था जिसे हम दोनों झेल रहे थे. मैं नॉर्मल व्यवहार ही नहीं कर पा रही थी.
6- उससे दोबारा संपर्क में आने की कोशिश करना
इस घटना के बाद मैं उससे संपर्क करने की फिर से कोशिशें करने लगी. उसके घर के पास के मेट्रो स्टेशन तक जाना, उसके घर के पास वाले मार्केट के चक्कर लगाना मेरा रुटीन बन गया. दूसरे शब्दों में कहूं तो मैं उसका पीछा करने लगी थी.
7- टूटे दिल के साथ कुछ भी करना आपका फेवरेट काम बन जाता है
चाहें वो फिल्में देखना हो, गाने सुनना हो या फिर दूसरों के ब्रेकअप का हिसाब रखना हो, मैं एक दिलजले आशिक की तरह बन गई थी. शायद ये सब मैं इसलिए कर रही थी ताकि उसे वापस पा सकूं या फिर अपनी हसरतों को दबा सकूं. मगर मैं बावली हो गई थी.
8- 'सबकुछ खत्म हो गया और अब मुझे आगे बढ़ना चाहिए' और 'उसके अलावा अब कोई और मेरी जिंदगी में नहीं आ सकता' के बीच झूलते रहना
रोज खुद से लड़ना, खुद को ये समझाना कि इस एक रिश्ते के खत्म हो जाने से जिंदगी खत्म नहीं हो जाती. हर पल खुद को ये समझाना कि उसका नाम लेकर रोते रहने से कुछ नहीं मिलने वाला. और फिर बार-बार उसके लिए ही परेशान रहना. उसे वापस पाने के लिए तिकड़में लगाना. नपे शब्दों में कहें तो उससे दूर जाने और उसके पास रहने के बीच में एक पेन्डूलम बन जाएंगे. सांप नेवला वाली स्थिति हो जाएगी, ना निगल पाएंगे ना ही उगल पाएंगे.
ब्रेकअप और उसके बाद...करेला वो भी नीम चढ़ा ये कि अपनी इस स्थिति के लिए खुद को कोसते भी रहेंगे और इससे बाहर भी निकल नहीं पाएंगे.
9- अपनी दोस्ती को बचाए रखने की कोशिश करना
वो मेरा सबसे करीबी दोस्त था. या कहें कि मेरा बेस्ट फ्रेंड था. चाहे मेरी मां का जन्मदिन हो, मेरी प्रॉब्ल्म हों या फिर मेरे काले सच, ऐसी कोई भी बात नहीं थी जो उसे पता नहीं थी. एक तरह से कहें तो वो मेरा प्रतिबिम्ब था. मेरा अक्स. इसलिए इस ब्रेक के साथ ही ना सिर्फ मैंने अपना सोलमेट खोया बल्कि अपने बेस्टफ्रेंड को भी खो दिया.
जीवन की सबसे दुखद सच्चाई ये है कि दिल के टूटने का घाव कभी जाता नहीं. अगर घाव भर भी जाए तो इसके निशान वहीं रहते हैं. दिल के किसी कोने में चुभते हुए. अपनी टीस से अपके दर्द को जिंदा रखे हुए. और जब ये ख्याल आपके दिल-दिमाग पर हावी होते हैं तो चिंता के बादल भी साथ हो लेते हैं. दिल का टूटना और चिंता का अजीब सा ही रिश्ता है. चिंता तो समय के साथ खत्म भी हो जाती है लेकिन दिल के टुकड़े वैसे ही रहते हैं. हमेशा के लिए. सांस के साथ ही जाते हैं.
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