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Updated: 17 दिसम्बर, 2019 11:28 AM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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बात चाहे गुजरे दशकों की हो या इन दस सालों की, हम भारतियों की नजरों में पुलिस महकमे की छवि कभी अच्छी रही ही नहीं है. हमने अब तक पुलिस को केवल डर के पर्याय के रूप में ही देखा है. ये शायद हमारे मन में पुलिस के लिए बैठा खौफ ही है जिसके चलते आज भी हम अपनी शिकायतों के लिए पुलिस के पास जाने से डरते हैं.

प्रायः ये देखा गया है कि चाहे पासपोर्ट की अर्जी का मामला हो या पर्स और बैग- चोरी हो जाने की प्रथम सूचना रिपोर्ट एक आम आदमी पुलिस के पास जाने से कतराता है. इसके पीछे की प्रमुख वजहों पर गौर करें तो मिलता है कि ऐसा कई बार हुआ है कि पुलिस अपने सवालों से भुक्तभोगी को ही अपराधी समझने लगती है.

बहरहाल, आगे बढ़ने से पहले एक खबर सुन लीजिये हो सकता है इस खबर के बाद पुलिस और उनकी कार्यप्रणाली के प्रति आपकी सोच परिवर्तित हो जाए. खबर कर्नाटक से है जहां एक पुलिस अफसर की समझदारी ने रातों रात उसे न सिर्फ जानता के सामने बल्कि खुद पुलिस महकमे के सामने स्टार बना दिया है. बताया जा रहा है कि ट्रैफिक पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त निजलिंगप्पा ने बेंगलुरु के ट्रिनिटी सर्किल पर एक एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के काफिले को ही रोक दिया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी उस वक़्त बेंगलुरु में थे और उसका काफिला राज भवन की तरफ जा रहा था.

कर्नाटक, प्रणब मुखर्जी, ट्रैफिक पुलिस कर्नाटक के इस पुलिस वाले ने किया एक सराहनीय कार्य

हो सकता है समाज में कुछ लोग ऐसे हों जिनको ये एक बेहद आम सी घटना लगे. मगर इसपर गौर करें तो पता चलता है कि जिस तरह अपनी समझदारी का परिचय देते हुए बेंगलुरु के इस ट्रैफिक पुलिस सब-इंस्पेक्टर ने मिसाल कायम की है वो अपने आप में सराहनीय है. साथ ही ये घटना ये भी दर्शाती है कि आज भले ही हम पुलिस वालों को उनकी कार्यप्रणाली के चलते कोसें मगर इसके बावजूद पुलिस महकमे में कुछ ऐसे लोग हैं जो आज इस देश की आम जनता के मन से पुलिस को लेकर बन चुकी मानसिकता को बदलने का प्रयास कर रहे हैं.

अंत में हम इतना ही कहेंगे कि न सिर्फ देश के अलग अलग राज्यों में स्थित पुलिस विभागों को बल्कि देश की जनता को भी कर्नाटक के इस सब इंस्पेक्टर से प्रेरणा लेनी चाहिए और कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके.

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बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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