जानिए जापान के पुरुष नेता प्रगनेंट क्यों हो रहे हैं !
क्या पुरुष कभी प्रेगनेंट महिलाओं की परेशानियां समझ सकते हैं? जापान के तीन नेताओं ने प्रेगनेंट महिलाओं की परेशानियों को समझने के लिए खुद प्रेगनेंट होकर देखा.
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एक औरत का गर्भवती होना किसी चैलेंज से कम नहीं होता. गर्भावस्था के 9 महीनों के मुश्किल सफर के साथ रोजमर्रा के छोटे छोटे काम करने में जो तकलीफ महिलाएं झेलती हैं, उसे सिर्फ एक महिला ही समझ सकती है. और जबकि पुरुष उसका अनुभव नहीं कर सकते इसलिए हमेशा से उस दर्द को समझ पाने में नाकाम रहे हैं.
इसी तकलीफ को करीब से समझने और लोगों को समझाने के लिए जापान के पुरुष नेताओं ने प्रेगनेंसी सूट पहन लिया. 'The Governor is a Pregnant Woman' नाम के वीडियो कैंपेन में तीन नेताओं को 7.3 किलो वजन वाले प्रेगनेंसी सूट पहनाए गए, जिससे वो समझ पाएं कि सात महीने की गर्भवती महिला किस तरह से रोजमर्रा के काम करती है. इस सूट को पहनने का मकसद सिर्फ इतना था कि ये नेता जापान के पुरुषों को गर्भावस्था के दौरान घर के कामों में मदद करके अपनी पत्नियों का बोझ कुछ कम करने के लिए मना सकें.
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हालांकि पुरुष कभी भी खुद को प्रेगनेंट महसूस नहीं कर सकते, लेकिन जब ये प्रेगनेंसी सूट शरीर से बंध जाता है तो हूबहू गर्भावस्था का अहसास होता है, क्योंकि इन सूट को बिलकुल वैसे ही डिजाइन किया गया है.
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इनके सूट का भार 7.3 किलो था जो सात महीने की गर्भवती महिला के गर्भ जितना ही भारी होता है. वीडियो में इन तीनों नेताओं को छोटे-छोटे काम जैसे मोजे पहनते, सीढियां चढ़ते-उतरते, बस में सफर करते, रसोई में काम करते देखा जा सकता है.
देखिए वीडियो-
2014 में की गई एक स्टडी में पाया गया था कि जापान में महिलाएं 5 घंटे घर का काम करती हैं, जबकि पुरुष सिर्फ एक घंटा. कामकाजी गर्भवती महिलाओं को काम न दिए जाने को लेकर जापान की आलोचनाएं भी की जाती हैं. वहां 70% महिलाएं पहले बच्चे की डिलिवरी के बाद ही काम छोड़ देती हैं. इसलिए लोग महिलाओं की परेशानी समझकर उनका हाथ बटाएं, इस कोशिश में इन तीनों नेताओं ने 7 किलो का प्रेगनेंसी सूट भी पहन लिया.
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वैसे देखा जाए तो महिलाओं की ये स्थिति भारत से जरा भी अलग नहीं है. यहां भी जायादातर महिलाएं पहला बच्चा होने तक ही नौकरी कर पाती हैं. पुरुष भी घर के कामों को न के बराबर ही हाथ लगाते हैं. ऐसे में जापानियों की इस मुहिम से भारत के लोगों को भी सीखने की जरूरत है. पर क्या हमारे यहां के नेता इतने डेयरिंग हैं कि वो प्रेगनेंसी सूट पहनकर लोगों को इस बात की समझाइश दे सकें?
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