New

होम -> समाज

 |  2-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 17 दिसम्बर, 2015 05:07 PM
गौरव चितरंजन सावंत
गौरव चितरंजन सावंत
  @gaurav.c.sawant
  • Total Shares

44 साल पहले, 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान दो भागों में बंट गया और जन्म हुआ बांगलादेश का. लेफ्टि.जनरल आमिर अबदुल्ला खान नियाजी समेत 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों को ढाका में भारतीय सेना द्वारा बंदी बना लिया गया था.

16 दिसंबर 2014, पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में 150 बच्चों और शिक्षकों के कत्लेआम ने पूरी दुनिया को हिला डाला. पाकिस्तान से उम्मीद भी की गई कि वो आतंकवाद का खात्मा करने के लिए दुनिया के साथ खड़ा खड़ा हो. जबकि आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की जंग एकतरफा ही रहती है.

अकेला भारत ही नहीं है जिसे पाकिस्तानी सेना और ISI से शिकायत है. पाकिस्तान का दूसरा पड़ोसी अफगानिस्तान भी पाकिस्तान के दोहरे चरित्र से हैरान है.

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घनी ने कोशिश भी की कि पाकिस्तान से संबंध अच्छे हो सकें जिससे तालिबान को उनके देश को निशाना बनाने से रोका जा सके. हाल ही में कंधार एयर फील्ड पर हुए हमले के साथ साथ पाकिस्तान द्वारा सिरे से कवाए गए आतंकवादी हमलों के बाद वास्तविकता सामाने है. वह भी अब कह रहे हैं कि पाकिस्तान अफगानिस्तान के खिलाफ किसी न किसी तरह से युद्ध छेड़ चुका है.

एक सवाल जिसने सभी को हैरान कर रखा है वो ये कि पाकिस्तान के दो चेहरे कैसे हो सकते हैं. जब तालिबानी कंधार एयरपोर्ट पर हमला कर रहे थे, निर्दयिता से कत्ल कर रहे थे, तो दूसरी ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ शांति से कह रहे थे कि अफगानिस्तान के दुश्मन पाकिस्तान के दुश्मन हैं.

पूरी दुनिया में आतंकवाद कहीं भी हो, उसमें पाकिस्तान के निशान दिखाई देते हैं. चाहे अमेरिका के सैनबर्नार्डिनो में तश्फीन मलिक का हाथ हो, लश्कर-ए-ताइबा का एक दानिश अखबार को निशाना बनाने की योजना, कंधार में हमाला हो या भारत में, सबमें पाकिस्तान का ही हाथ है. पाकिस्तान को दुनिया में आतंक का केंद्र यूं ही नहीं कहा जाता.

पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमले के बाद पाकिस्तान को सबक मिला होगा. शहबाज शरीफ आपको अपने अहाते से सफाई शुरू करनी होगी लश्कार-ए-ताइबा के मुहम्मद सईद से जैश-ए-मुहम्मद के मसूद अजहर तक.

अगर इस्लामाबाद सही मायने में हाफिज सईद के पाकिस्तान से जिन्ना का पाकिस्तान फिर से पाना चाहता है तो.

#आतंकवाद, #आतंकी हमला, #पाकिस्तान, आतंकवाद, पेशावर, आतंकी हमला

लेखक

गौरव चितरंजन सावंत गौरव चितरंजन सावंत @gaurav.c.sawant

लेखक इंडिया टुडे टेलीविजन में एडिटर (स्ट्रैटेजिक अफेयर्स) हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय