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Updated: 13 जुलाई, 2016 09:54 PM
कुमार अभिषेक
कुमार अभिषेक
  @kr.abhishek.52
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, कानपुर के बिठूर में अपने प्रांत प्रचारको की मैराथन बैठक कर रहा है. यूँ तो संघ इसे अपनी नियमित सालाना बैठक करार दे रहा है लेकिन राज्य में आने वाले चुनाव को देखते हुए इस बैठक को बेहद ही अहम है माना जा रहा है. पहले तीन दिनों तक चले संघ के प्रांत प्रचारकों के अभ्यास वर्ग के बाद आखिरी दो दिनों में इस शिविर का असली ऐजेंडा अब तय होगा, क्योंकि संघ के सभी संगठनों के वो तमाम लोग अपनी-अपनी ब्लू प्रिंट के साथ संघ प्रमुख के सामने पेश होकर अपनी रिपोर्ट रखेगें जो चुनावों में अपनी भूमिका देखते हैं. संघ प्रमुख से मिलने वालों का सिलसिला शुरू हो चुका है जो उत्तर प्रदेश के चुनाव में अहम हो सकते हैं.

प्रचार से दूर कानपुर के ऐतिहासिक इलाके बिठूर के एक प्राइवेट कॉलेज में संघ का ये महामंथन, प्रचारकों के अभ्यास वर्ग से कहीं ज्यादा अहम है, जिसकी आहट पहले दिन ही सुनाई दे गई जब संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने साफ कर दिया कि पिछले दो सालों से छुट्टी पर चल रहे सह-सर-कार्यवाह सुरेश सोनी न सिर्फ अब सक्रिय हो चुके हैं बल्कि पहले की तरह ही उनका प्रवास और सक्रियता दिखाई देगी. साफ है सुरेश सोनी का वनवास खत्म होना यूपी चुनाव में संघ की रूचि को दर्शाता है.

याद होगा सुरेश सोनी संघ के वही अधिकारी हैं जिनकी भूमिका लोकसभा चुनाव के पहले नरेन्द्र मोदी को पार्टी के कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष बनाने से लेकर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने तक में रही, लेकिन पिछले दो वर्षों से लगभग निष्क्रिय संघ के इस आला अधिकारी को फिर से सक्रियता बढ़ाने को कह दिया गया है. यूपी चुनाव को देखते हुए ये संघ का सबसे अहम फैसला है. यही नहीं संघ के दूसरे सह सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबेल का केन्द्र भी पटना से बदलकर लखनऊ कर दिया गया है. संघ के भीतर का परिवर्तन ये दिखाने के लिए काफी है कि उत्तर प्रदेश का चुनाव संघ के लिए कितना अहमियत रखता है. यूँ तो ये साफ-साफ निर्देश है कि बीजेपी का कोई नेता संघ के इस शिविर मे नहीं फटकेगा लेकिन संघ प्रमुख से मिलने वालों की लंबी फेहरिस्त है. सूत्रों के मुताबिक यूपी बीजेपी के संगठन मंत्री और अमित शाह के करीबी सुनील बंसल 12 जुलाई को तड़के संघ प्रमुख से मुलाकात कर चुके हैं जबकि शिविर के आखिरी दो दिन 14 और 15 जुलाई को बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, राष्ट्रीय सह महामंत्री श्रीप्रकाश और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव के कानपुर के शिविर में आने की चर्चा है. कयास लगाये जा रहे है कि संघ अपनी तरफ से न सिर्फ यूपी के चुनावी तैयारियों की रिपोर्ट ले सकता है बल्कि बीजेपी में संघ के अधिकारियों से तैयारियों का ब्लूप्रिंट भी दखेगा.

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 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, कानपुर

संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य किसी तरह की राजनैतिक बातचीत से या राजनीतिक चर्चा से साफ इंकार कर रहे हैं पर संघप्रमुख से मिलने वालों की फेहरिस्त बताती है कि उनकी पूरी नजर यूपी चुनाव पर केन्द्रित है. 14 और 15 मई को विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय और संगठन के महामंत्री दिनेश जी को आमंत्रित किया गया है. इनकी संघ प्रमुख से मुलाकात हो सकती है. साफ़ है चुनावो के पहले बीजेपी और बीजेपी दोनों की संघ प्रमुख से मुलाकात को यूपी चुनाव से अलग कर नहीं देखा जा सकता.

सूत्रों के मुताबिक संघ के सभी संगठन खासकर विश्व हिंदु परिषद औऱ एबीवीपी इस चुनाव में पूरे तौर पर लगाई जाएगी. कैराना, मथुरा और मंदिर निर्माण को किस तरह से जनता के बीच लेकर जाया जाय इस पर संघ ने नजरिए से एक राय बनान की कोशिश हो रही है.

उत्तर प्रदेश में पार्टी का चेहरा कौन हो इस पर भी विचार हो रहा है. अलग-अलग संगठन अपने अपने पसंद के नाम के साथ संघ प्रमुख से मिल रहे हैं. बुधवार को मिशन सेफ इंडिया नाम के गैर-राजनीतिक संस्था के प्रमुख राजेन्द्र मावी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. बाहर आकर उसने कहा कि वो योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम का चेहरा बनाने की अपील लेकर आया था. इस संगठन के मुताबिक इसने लोकसभा चुनाव के वक्त मोदी लाओ देश बचाओ यात्रा निकाली थी और अब अब ये लोग यूपी के गाँव में अब ‘योगी लाओ, उत्तरप्रदेश बचाओ’ की मुहिम चला रहे हैं.

कानपुर में संघ की ये बैठक शुरू होने के ठीक पहले उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने कैराना और मथुरा पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेज दी और इसका एलान भी उन्होंने कानपुर से ही किया, साफ है ये मुद्दे भी संघ के एजेंडे में सबसे ऊपर है. सत्र के आखिरी दिन कानपुर के अब इस महामंथन से यूपी चुनाव के लिए अमृत निकालने की कोशिश हो रही है. लेकिन सीधे-सीधे बीजेपी को शामिल करने की बजाए संघ अपने तरीके बीजेपी को अपना एजेंडे का संदेश भेजने की तैयारी में हैं.

संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा सरकार्यवाह सुरेश सोनी गोपाल कृष्ण दत्तात्रेय होसबोले समेत संघ के सभी बड़े अधिकारी इस बैठक में शिरकत कर रहे हैं. सोमवार से 41 प्रांत प्रचारक संघ के इस महामंथन शिविर में हैं, जहाँ से ना तो बाहर आने ना ही अंदर आने की इजाजत है. संघ की ये सांगठनिक और वैचारिक बैठक है जो कि अनौपचारिक है इसलिए संघ इसमें कोई प्रस्ताव न तो लायेगा न ही कोई प्रस्ताव पास करेगा. लेकिन संगठन में फैसले के लिहाज से काफी महत्त्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें लिए गए फैसले यूपी चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण होंगे. सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि संघ क्या अपने मुद्दो के अलावा उत्तर प्रदेश में बीजेपी के चेहरे को लेकर भी कोई संदेश बीजेपी को देता है कि नहीं.

लेखक

कुमार अभिषेक कुमार अभिषेक @kr.abhishek.52

लेखक लखनऊ में टीवी टुडे के विशेष संवाददाता हैं.

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