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Updated: 05 जुलाई, 2016 04:33 PM
राहुल मिश्र
राहुल मिश्र
  @rmisra
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रमज़ान के इस पवित्र महीने में जब दुनियाभर में मुसलमान पूरी शिद्दत के साथ खुदा की तपस्या और संयम में जुटा है, इस्लामिक स्टेट और उस जैसे कई आतंकवादी संगठनों ने दुनियाभर में कई हमले किए. काबुल, तुर्की, ढाका, ईराक और अब सऊदी अरब में रमजान के दौरान हुए आतंकी हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए. कुछ जगह निशाने पर पश्चिमी देशों के राजदूत रहे तो कहीं निशाने पर गैर-मुसलमान. कुछ जगह तो निशाने पर ऐसे मुसलमान भी आए, जिन्होंने आतंकियों के सामने घुटने नहीं टेके तो कहीं बिना किसी परवाह के आतंकियों ने गोली-बारी और धमाके किए.

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ईद से पहले मदीना पर आतंकी हमला

इन सभी धमाकों की पुरजोर निंदा के साथ सऊदी अरब में मदीना की पाक मस्जिद के सामने ऐन उस वक्त धमाका किया गया जब हजारों मुसलमान अपना रोजा खोलने की तैयारी में थे एक अहम सवाल खड़ा करता है. क्या सऊदी अरब जिस पर बीते कुछ दशकों में आतंकवादी संगठनों को शह देने का आरोप लग रहा था अब खुद आतंकी संगठनो के निशाने पर आ गया है? रमजान पर यह हमले तो यही इशारा कर रहा हैं कि सऊदी अरब में तानाशाहों की पकड़ आस्तीन में पल रहे आतंकवाद पर कमजोर पड़ चुकी है.

दुनियाभर में मुसलमान रमजान के इन 30 दिनों के दौरान दिनभर बिना कुछ खाए पिए अपनी पांच वक्त की नमाज अदा कर खुदा से रहम और आशीर्वाद की दुआ करते हैं. हालांकि ईराक और सीरिया में उपजे और खाड़ी के कुछ देशों की शह पर आतंक का सहारे लाने वाले आतंकी संगठनों का मानना इसके उलट है. इनके मुताबिक 30 दिनों का यह पाक महीना हमला और लूटपाट करने के लिए है. इस दलील के साथ यह दुनियाभर फैल रहे अपने आतंकी नेटवर्क को हुक्म भी देते हैं कि आतंकी हमला और लूटपाट करने का यह सबसे सटीक मौका है लिहाजा सभी को गैर-मुसलमानों पर ऐसे हमले करने के लिए तैयार रहना चाहिए. इसके चलते हाल ही में सीरिया स्थित अलकायदा के एक प्रमुख नुसरा फ्रंट ने रमजान के इस महीने को गैर-मुसलमानों पर जीत का महीना घोषित किया था.

ईद में चंद घंटे बाकी है और बीते 30 दिनों से खुदा से रहम और आशीर्वाद की दुआ कर रहे मुसलमान यह जरूर मांगेंगे कि आतंकवाद का जड़ से सफाया कर दिया जाए क्योंकि इसमें कोई दो राय नहीं है कि आतंकवाद को शह देना आस्तीन में सांप पालने से कम नहीं है. इसी के साथ इंतजार दिल से कहने और सुनने का- ईद मुबारक हो.

लेखक

राहुल मिश्र राहुल मिश्र @rmisra

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में असिस्‍टेंट एड‍िटर हैं

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