New

होम -> सियासत

 |  4-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 16 मार्च, 2017 09:15 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

चंडीगढ़ में कैप्टन अमरिंदर सिंह का शपथ ग्रहण समारोह हुआ. लेकिन कैप्टन के शपथ लेने से ज्याद चर्चा का विषय बन रही हैं वहां पर मौजूद एक पाकिस्तानी मेहमान- आरूसा आलम. आरूसा खास तौर पर पटियाला के महाराज के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए ही भारत आई थी.

कैप्टन अमरिंदर सिंह की करीबी दोस्त मानी जाने वाली आरूसा आलम उन मेहमानों में शामिल थीं जिन्हें वीवीआईपी की लिस्ट में रखा गया था. ये और बात है कि आरूसा के साथ आई एक महिला ने लोगों को पाकिस्तान की इस पूर्व पत्रकार के साथ फोटो क्लिक करने की इजाजत नहीं दी. आरूसा ने कैप्टन साहब के लिए अपने 'स्नेह' को बिना छुपाए साफ कहा कि- 'वो चंडीगढ़ विशेष रूप से 'महाराज साहब' के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए ही आईं हैं. मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि महाराजा साहब पंजाब में सरकार बनाने में सफल रहे.

aroosa-alam-3_650_031617052416.jpgवीवीआईपी लिस्ट में आरूसा आलम का नाम थाआरूसा आलम और कैप्टन अमरिंदर सिंह की नजदीकियां जगजाहिर हैं. लेकिन आज खुले तौर पर आरूसा शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई. समारोह में शामिल होने के लिए आरूसा रविवार को ही चंडीगढ़ पहुंच गई थीं. शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने भरोसा जताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ना सिर्फ पंजाब के हित में काम करेगी बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच की दूरियों को कम करने में भी सरकार अहम रोल अदा करेगी. आरूसा ने कहा कि- 'भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सुधारने की जरूरत है क्योंकि दोनों पक्षों के लोग शांति चाहते हैं.'

आरूसा ने ये भी कहा कि- 'हर कोई शांति चाहता है और भारत-पाक दोनों को शांति बनाए रखने के लिए प्रयास करना चाहिए. सियाचिन में लड़ाई लड़ने से कुछ हासिल नहीं होगा. दोनों देशों को चाहिए वो स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के अलावा अपने यहां से गरीबी और निरक्षरता को खत्म करने पर ध्यान दें'. आरोसा की एक महीने के अंदर चंडीगढ़ की ये दूसरी यात्रा है. इसके पहले वो 21 फरवरी को कैप्टन की जीवनी 'द पीपल्स महाराज' की लॉन्च में यहां आई थीं.

aroosa_031617052248.jpgकैप्टन के किताब की लॉन्च पर भी मौजूद थीकैप्टन अमरिंदर सिंह की आरोसा से मुलाकात 2004 में पाकिस्तान में हुई थी. आरूसा एक पूर्व पत्रकार हैं. इनकी मां अक्लीन अख्तर 1970 के दशक में पाक की राजनीति को प्रभावित करने वाली एक शक्तिशाली महिला थीं. 2007 में कैप्टन अमरिंदर सिंह और आरुसा के बीच के संबंधों को लेकर खूब हो-हल्ला मचा था. इस बीच दोनों की नजदीकियों के चर्चे आम हो गए थे और कई बार दोनों को एक साथ देखा भी गया था. हालांकि आरूसा ने 'Just Friends' कहकर इस मुद्दे से पीछा छुड़ाने की कोशिश की थी. लेकिन जहां आग होगी धुंआ भी तो वहीं से उठता है.

aroosa-1_031617052357.jpgरहे हैं करीबी रिश्तेसबसे दिलचस्प बात यह है कि कैप्टन की जीवनी 'द पीपुल्स महाराजा' में कैप्टन ने पूरा एक चैप्टर आरूसा के साथ के अपने संबंधों को समर्पित किया है. इसमें साफ लिखा गया है कि- 'मेरी और आरूसा की दोस्ती एक खुशनुमा एहसास है. हमारी दोस्ती अटूट है और ये हमेशा बनी रहेगी. मुझे आरूसा के साथ अपनी दोस्ती पर गर्व है.'

aroosa1_031617052455.jpgये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगेफरवरी में चंडीगढ़ यात्रा के दौरान आरूसा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ अपने रिश्तों पर बात की थी. उन्होंने कहा- 'कैप्टन के साथ मेरा रिश्ता एक संवेदनशील मुद्दा है. यहां तक की मेरे देश में भी लोग इस मुद्दे पर तीरछी नजरें बनाए रखते हैं. मैं एक मुस्लिम महिला हूं और आप जानते हैं कि मेरे देश के लोग किसी भारतीय से संबंधों के बारे में कैसा सोचते हैं.'

ये भी पढ़ें-

कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में हार का कारण ढूंढ लिया है !

'ये उदाहरण देख ले कांग्रेस और रोना बंद करे'

राजनाथ सिंह का नाम आगे करना कहीं बीजेपी की छुपी राजनीति तो नहीं

#अमरिंदर सिंह, #पंजाब, #मुख्यमंत्री, Captain Amrinder Singh, Aroosa Alam, Pakistan. India

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय