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Updated: 24 जनवरी, 2017 07:32 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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भारत जैसे विशाल लोकतंत्र में चुनाव का अपना विशेष महत्व है. कह सकते हैं कि भारतीय राजनीति में चुनाव किसी उत्सव या मेले की तरह होता है. जिस तरह मेले में किस्म-किस्म की दुकानें लगती हैं, और उसमें तरह-तरह के सामान बिकते हैं, वैसा ही कुछ राजनीति में भी है. यहां किस्म-किस्म की पार्टियां और तरह-तरह के उम्मीदवार होते हैं, जो चुनावी दंगल में अपना भाग्य आजमाते हैं.

ध्यान रहे, उत्तर प्रदेश में बड़ा चुनावी दंगल होने वाला है जिसके मद्देनज़र उम्मीदवारों के हौसले बुलंद हैं. उत्तर प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? कौन सी पार्टी प्रदेश की शीर्ष पार्टी बनेगी? क्या प्रदेश की जनता दोबारा अखिलेश यादव को मौका देगी, इन प्रश्नों के उत्तर आने वाला वक्त देगा. मगर जो आज की हक़ीकत है वो खासी दिलचस्प है. आज अपने इस लेख के जरिये हम आपको आगरा की एक ऐसी निर्दलीय प्रत्याक्षी से मिलवाने जा रहे हैं जिनकी उम्र 95 साल है और जो चुनाव जीतने के बाद अधिकारीयों से काम करवाने के लिए अपने पास एक डंडा रखती हैं.

यूं तो आपने कई बुज़ुर्गों को उम्र के इस पड़ाव में डंडे का सहारा लेते देखा होगा मगर इस बुजुर्ग प्रत्याक्षी के इरादे जरा दूसरे हैं. इनका मानना है कि यदि ये चुनाव जीती तो अपने इसी डंडे से ये आरामतलब अधिकारियों को राइट टाइम करेंगी. जी हां हम बात कर रहे हैं आगरा में नामांकन के आखिरी दिन पहुंची जल देवी की. बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपना नामांकन करने वाली खेरागढ़ की 95 साल की जल देवी सबके बीच कौतुहल का विषय हैं.

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jaldevi650_012417071024.jpg95 साल की उम्र में जल देवी ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपना नामांकन भरा है ज्ञात हो कि, 2016 में हुए जिला पंचायत चुनाव में भी 95 वर्षीय जल देवी ने अपनी किस्मत आज़माते हुए एक भारी अंतर से जीत का बिगुल बजाया था और अपने विरोधी को परास्त किया था. खेरागढ़ के 28 नम्बर वार्ड से जिला पंचायत सदस्य जल देवी, निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं. इस पूरी नामांकन प्रक्रिया में जो सबसे मजेदार बात रही वो ये कि, जब नामांकन स्थल पर मौजूद लोगों द्वारा जल देवी से उम्र के इस पड़ाव में चुनाव लड़ने पर प्रश्न किये गए तो उन्होंने पूरे आत्म विश्वास से कहा कि चुनाव जनता के समर्थन और पूरे सहयोग से लड़ा जायेगा और विरोधियों को परास्त किया जाएगा. अपने डंडे पर बात करते हुए जल देवी ने कहा कि मैं हमेशा से अपने साथ एक डंडा लेकर चलती हूं, और यही डंडा चुनाव जीतने के बाद उन आरामतलब अधिकारियों के माथे पर चिंता के बल लाएगा जो विकास कार्य में कोताही करते हैं.

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इस खबर के बाद एक बात तो साफ है कि भले ही आज प्रमुख पार्टियों से जुड़े राजनेता केवल विकास का वादा करते हों, मगर उन लोगों के लिए विकास हमेशा से ही सर्वोपरी है जो सीधे तौर पर जनता से जुड़े हों और जनता को हो रही तकलीफों से अवगत हों.  

लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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