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Updated: 25 अप्रिल, 2017 05:20 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
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मुकेश अंबानी का महत्वकांक्षी जियो अब देश के कोने-कोने तक फैलता जा रहा है! रिलायंस जियो अपने आप में एक नई क्रांति लेकर आया था. अब देखिए एक ही साल में भारत का डेटा इस्तेमाल करने का कोटा पहले से दोगुना हो गया. रिलायंस जियो को लेकर हाल ही में कई बातें सामने आई हैं. कंपनी ने ये दावा किया है कि जियो यूजर्स 110 करोड़ GB प्रति माह तक डेटा इस्तेमाल करते हैं. ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है.

रिलायंस जियोजियो यूजर्स अमूमन 110 करोड़ जीबी डेटा इस्तेमाल करते हैं1. 110 करोड़ GB डेटा का गणित...

रिलायंस जियो की चौथी तिमाही (2016-17) की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कंपनी ने दावा किया है कि हर महीने 110 करोड़ GB से ज्यादा डेटा का इस्तेमाल जियो यूजर्स करते हैं. इस वजह से जियो दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क का रूप ले रहा है (अगर सिर्फ डेटा को देखा जाए तो) इसके अलावा, 220 करोड़ वॉयस और वीडियो कॉल होती हैं. अब इसी रिपोर्ट में लिखा गया है कि जियो के 108.9 मिलियन (लगभग 11 करोड़) सब्सक्राइबर्स हैं और इनमें से करीब 72 मिलियन प्राइम मेंबर्स हैं. अगर सभी सब्सक्राइबर्स को देखें तो मोटे तौर पर हर यूजर 10.8 GB डेटा इस्तेमाल करता है. इनमें से कई यूजर्स ऐसे भी होंगे जो जियो के सब्सक्राइबर तो हैं, लेकिन उन्होंने सिम का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है. Q1 में रिलायंस जियो की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रति यूजर औसत 26GB डेटा इस्तेमाल किया जा रहा था. जियो के आने से लोगों को इंटरनेट की आदत लग गई है. अगर ये कहा जाए तो ये बात गलत नहीं होगी. जहां सिर्फ 1-2GB डेटा इस्तेमाल किया जाता था और 3GB को लग्जरी समझा जाता था अब वही बात उल्टी हो गई है. अब तो 10GB इस्तेमाल करने में भी कतराते नहीं हैं. हालांकि, जियो हमें 30GB डेटा दे रहा है, लेकिन इसका इस्तेमाल भी पूरा नहीं कर पा रहे. फिर भी अगर एवरेज डेटा यूज को देखें तो जियो के आने के बाद से इसमें काफी बदलाव हुआ है.

* 2015 के मुकाबले कितना बढ़ा डेटा?

2015-16 में की गई एरिक्सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2015 तक भारत में एवरेज इंटरनेट यूजर 1.4GB डेटा इस्तेमाल करता था. इसी रिपोर्ट में 2021 तक 7GB डेटा एवरेज हो जाने की बात कही गई थी लेकिन अब 2017 में ही जियो के बाद अमूमन 13.8GB डेटा हो गया है. अब असली आंकड़े क्या होंगे और जियो की रिपोर्ट से ये कितना अलग होते हैं ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि जियो के आने से डेटा इस्तेमाल में बढ़ौतरी हुई है.

2. फ्री डेटा से जियो को हो रहा नुकसान...

ये बात तो तय है कि अंबानी जी दिल खोल के यूजर्स को डेटा दे रहे हैं. जहां एक जीबी के लिए 250-300 रुपए तक देना होता है वहीं, अब 309 रुपए में 84GB डेटा मिल रहा है. अगर सिर्फ समर सर्प्राइज ऑफर की ही बात करें तो भी 303 रुपए में 90GB डेटा मिल रहा था तो इतना डेटा देने से क्या जियो को कोई नुकसान नहीं हो रहा?

जवाब है, हां हो रहा है. ताजा आंकड़ों की मानें तो जियो कंपनी को हर महीने कंपनी का घाटा बढ़ रहा है. रिलायंस इंडस्ट्री (RIL) की एक ब्रांच जियो इंफोकॉम को 6 महीने में 22.5 करोड़ का घाटा लग चुका है. ये आंकड़ा 31 मार्च तक का ही है. पिछले साल यही आंकड़ा 7.46 करोड़ था और तब जियो लॉन्च भी नहीं हुआ था.

हर महीने के रेवेन्यु की बात करें तो जियो की आय 2.25 करोड़ से घटकर 54 लाख तक जा पहुंची है. अब ये तो वक्त ही बताएगा कि जियो अपना घाटा कैसे पूरा करने की कोशिश करती है.

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3. 1.9 लाख करोड़ का निवेश...

जियो का नेटवर्क सही करने के लिए अब मुकेश अंबानी इसपर 18 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट और करने जा रहे हैं. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक जियो का कुल निवेश इसके बाद 1.9 लाख करोड़ का हो जाएगा. रिलायंस कंपनी अपना अधिकतर रेवेन्यु पेट्रोकैमिकल और रिफाइनिंग के बिजनेस से कमाती है, लेकिन जियो के मामले में अंबानी ने एक बड़ा दांव खेला है.

तो कुल मिलाकर निवेश और घाटे के मामले में तो जियो इस समय काफी आगे है, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि अंबानी जी अब क्या करते हैं.

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लेखक

श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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