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Updated: 29 अप्रिल, 2018 04:18 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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सेविंग्स अकाउंट पर आपको कितना इंट्रेस्ट मिलता है? क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है? सेविंग्स अकाउंट पर 4-6% का इंट्रेस्ट और एफडी पर 7% का. अधिकतर बैंक्स में इसके आस-पास ही इंट्रेस्ट मिलता है. तो फिर एफडी क्यों? हाल ही में आरबीआई ने 25 बेसिस्ट प्वाइंट की कटौती की है, लेकिन इससे भी आम इंसान को कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है. अब ऐसे में आखिर क्यों हम पुराने इन्वेस्टमेंट और सेविंग्स के तरीकों पर जोर दें.

1. पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम...

पोस्ट ऑफिस एमआईएस में कैश जमा करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. इस तरह की मंथली इनकम स्कीम में रिटर्न टैक्सेबल होते हैं और आप एक साल में 4.5 लाख तक 7.6% इंट्रेस्ट के हिसाब से जमा कर सकते हैं.

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2. पेमेंट बैंक में इन्वेस्ट करें...

पेमेंट बैंक आपके आम बैंक अकाउंट से थोड़ा अलग होता है. किसी सेविंग्स अकाउंट की तरह पेमेंट बैंक भी डिपॉजिट लेते हैं और आप इनकी मदद से ट्रांजैक्शन भी कर सकते हैं. लेकिन आप किसी पेमेंट बैंक से न तो लोन ले सकते हैं और ना ही एफडी बना सकते हैं. इन बैंकों में 1 लाख रुपए तक अधिकतम जमा किया जा सकता है.

एयरटेल पेमेंट बैंक आपके पैसे पर 7.25% का इंट्रेस्ट देता है जो अन्य बैंकों की एफडी से भी ज्यादा है. ऐसे में आपके लिए कम रकम जमा करने के लिए पेटीएम, एयरटेल जैसे पेमेंट बैंक अच्छे ऑप्शन हो सकते हैं.

3. स्वीप इन अकाउंट...

सेविंग्स अकाउंट पर अधिकतम 9% का इंट्रेस्ट लिया जा सकता है जो कि किसी एफडी में मिलता है. कई लोगों को इसके बारे में नहीं पता होता, लेकिन ये एक अच्छा तरीका है अपने पैसे पर ज्यादा ब्याज लेने का.

सेविंग्स अकाउंट को बदलवा सकते हैं एफडी में-

सेविंग्स बैंक अकाउंट को स्वीप इन/आउट अकाउंट में बदलवा सकते हैं. ये एक ऐसा अकाउंट होता है जिसमें अगर अकाउंट यूजर चाहे तो एक निश्चित रकम को सेविंग्स बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट में बदलवा सकता है. अगर आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट का ज्यादा बैलेंस रहता है और आप कोई इन्वेस्टमेंट नहीं करना चाहते क्योंकि कभी भी पैसे निकालने की जरूरत पड़ सकती है तो स्वीप इन अकाउंट की सुविधा लें.

कैसे काम करता है स्वीप अकाउंट-

- स्वीप इन अकाउंट में आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट का पैसा एक एफडी की शक्ल ले लेता है. इसमें फर्क ये होता है कि इसे आप कभी भी निकाल सकते हैं.- आपको इंट्रेस्ट मिलेगा और जब भी आप पैसे निकालेंगे तब उतनी रकम एफडी से कम हो जाएगी. बाकी बची रकम में भी एफडी जितना ही इंट्रेस्ट मिलेगा. ऐसे में आपका पैसा लिक्विफाई भी रहेगा और आपके पास एफडी जितना इंट्रेस्ट भी आएगा.

क्या है नियम-

सेविंग्स बैंक अकाउंट को अगर आप स्वीप इन अकाउंट में तब्दील करवा रहे हैं तो अलग-अलग बैंकों के नियम अलग हैं हालांकि, लगभग सभी बैंक्स मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट अकाउंट की सुविधा देते हैं. आपको सभी बैंकों में एक ब्रेक थ्रू अमाउंट (वो रकम जिसके बाद एफडी बन जाएगी) देना होगा. कम से कम 25000 रुपए आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट में होने चाहिए तभी आप इसे स्वीप इन अकाउंट में तब्दील करवा सकते हैं. कम से कम 10 हजार की लिमिट सेट करनी होगी जो फिक्स्ड डिपॉजिट में जाए. ये सुविधा लगभग सभी बैंकों में होती है. एसबीआई इसे सेविंग्स प्लस अकाउंट कहता है.

कुछ नुकसान-

इस अकाउंट के पूरे फायदे ही नहीं कुछ नुकसान भी हैं. अगर आपने 1 साल 1 दिन से पहले एफडी तोड़ ली तो 1 या 2 प्रतिशत की पेनल्टी लगती है. हालांकि, इसके बाद भी यूजर फायदे में ही रहता है क्योंकि 3-4 प्रतिशत के इंट्रेस्ट से बढ़कर उसे 8 प्रतिशत का इंट्रेस्ट मिलता है. ऐसे में अगर पेनाल्टी लग भी जाए तो भी फायदा ही होता है.

4. सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम

हाल में सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम में 8.3% का इंट्रेस्ट मिलता है. कोई भी सीनियर सिटिजन इस स्कीम में इन्वेस्ट कर सकता है. इस स्कीम में 5 साल तक के लिए इन्वेस्ट किया जा सकता है इसके अलावा, 3 साल के लिए इसे एक्सटेंड भी करवाया जा सकता है. हालांकि, इससे मंथली इनकम जरूर होती है, लेकिन आप इसमें 15 लाख से ज्यादा इन्वेस्ट नहीं कर सकते हैं.

5. EPF/PPF..

ईपीएफ में आपको 8.75% का इंट्रेस्ट मिलेगा और पीपीएफ में 7.80% का. किसी भी हालत में ये दोनों ही बेस्ट इन्वेस्टमेंट ऑप्शन साबित हो सकते हैं. जो लोग बाकी फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट के तरीकों पर भरोसा नहीं करते हैं उनके लिए ये बेहतर ऑप्शन साबित होगा. ईपीएफ में तो आपकी कंपनी की तरफ से ही इन्वेस्टमेंट होता है (आधा हिस्सा कंपनी का और आधा आपका) इसके अलावा, पीपीएफ में भी आप 1.5 लाख रुपए तक सालाना इन्वेस्ट कर सकते हैं. ये दोनों ही सबसे पुराने और सफल तरीकों में से एक हैं.

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श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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